भिंड। जिले में शनिवार को सुरपुरा थाना इलाके के आकोन गांव में हुए जमीनी विवाद के बाद पोते द्वारा अपने रिश्ते के दादा (पिता के चाचा) का कत्ल करने की घटना ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया था. जिले में भाईयों रिश्तेदारों में विवाद और हत्या जैसे मामले तो कई बार देखे गए लेकिन पोते द्वारा दादा को मौत के घाट उतारने की घटना स्तब्ध करने वाली रही. इस मामले में पुलिस ने महज 24 घंटे में कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है.
हत्या के बाद से बीहड़ों में छिपे थे आरोपी: इस हत्या में आरोपी मायाराम यादव और उसका बेटा दिलीप यादव शनिवार को अपने परिवार के बुजुर्ग रामलक्षण यादव की हत्या कर फरार हो गए थे. इस मामले में FIR दर्ज करने के बाद से ही पुलिस लगातार उनके गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी. वहीं, रविवार को मुखबिरों से सूचना मिली की आरोपी बाप-बेटा चम्बल के बीहड़ों में छिपे हुए हैं. जिसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर आरोपियों को छानना शुरू किया. कुछ घंटों के प्रयास में पुलिस ने आरोपियों की धरदबोचा. वहीं, हत्या में इस्तेमाल हुई 315 बोर की बंदूक और कारतूस का खाली शेल भी पुलिस ने आरोपियों से बरामद कर ली है. पुलिस ने ये कार्रवाई वारदात के 24 घंटों के भीतर पूरी कर ली.
क्या था पूरा मामला: दरअसल भिंड के अटेर क्षेत्र के आकोन गांव के रहने वाले वृद्ध रामलक्षण सिंह यादव का उनके परिवार के भतीजे मायाराम से जमीनी विवाद चला आ रहा था. बुजुर्ग के बेटे दिनेश ने बताया था कि ''मायाराम ने उनकी ढाई बीघा पुश्तैनी जमीन पर चार दशक से कब्जा कर रखा है, जिसको लेकर न्यायालय में केस चल रहा था. इसी जमीन का सीमांकन कराने को लेकर बुजुर्ग ने आवेदन किया था लेकिन आरोपी मायाराम इस सीमांकन के लिए तैयार नहीं था. इसी को लेकर रामलक्षण उससे बात करने गया था लेकिन बातचीत विवाद में और फिर मारपीट में बदल गई. इसी बीच मायाराम के बेटे दिलीप ने बुजुर्ग दादा की गोली मारकर हत्या कर दी थी और इसके बाद आरोपी पिता पुत्र फरार हो गए थे.
पुलिस का एक्शन: सुरपुरा थाने के थाना प्रभारी अमित सिंह सिकरवार ने बताया कि ''आकोन गांव में पिता-पुत्र द्वारा बुजर्ग की हत्या की गई थी. हत्या के बाद आरोपी बीहड़ों में छिपे थे. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दोनों आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है.''