भिंड। जिले के एसपी ऑफिस कैंपस में एक पुलिस आरक्षक ने जमकर हंगामा किया. मामला उसके परिजन द्वारा किसी से पैसे के लेन-देन का था, जिसके संबंध में आवेदन आने पर आरक्षक को डीएसपी ऑफिस बुलाया गया था. इस दौरान अफसर के सामने ही आरक्षक ने आवेग में आकर अपनी वर्दी तक फाड़ दी. इस हाई वोल्टेज ड्रामे को शांत कराने के लिए डीएसपी को भी मशक्कत करनी पड़ी.
रुपए के लेन-देन का मामला: भिंड पुलिस लाइन में निवासरत आरक्षक सुल्तान सिंह के परिजन उत्तर प्रदेश के जालौन में रहते हैं. उन्होंने जालौन के ही संदीप राठौर से पैसे का लेन-देन किया था. जब संदीप ने अपने रुपए वापस मांगे तो आरक्षक सुल्तान का परिवार आनाकानी करने लगा. मामला अंत में पुलिस तक पहुंच गया. डीएसपी अरविंद शाह ने बताया कि भिंड एसपी कार्यालय में फरियादी संदीप ने आरक्षक सुल्तान सिंह के खिलाफ आवेदन दिया था. वह अपने पैसे मांगने आरक्षक के पास भिंड आया था, लेकिन उधार चुकाने की जगह पुलिस आरक्षक ने विवाद करते हुए फरियादी का मोबाइल फोन छीन लिया और उसे धमकाया भी.
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आरक्षक ने गुस्से में फाड़ी वर्दी: दोनों पक्षों के बीच विवाद को हल कराने की मंशा से डीएसपी अरविंद शाह ने आरक्षक सुल्तान सिंह को एसपी कार्यालय बुलाया. जब उससे पूछताछ की गई तो आरक्षक भड़क गया. डीएसपी का कहना है कि आरक्षक काफी गुस्से में था. जब उससे बात करने का प्रयास किया गया तो उसने गुस्से में अपनी वर्दी फाड़ दी और बाहर निकल गया. उसने हंगामा शुरू कर दिया. आरक्षक सुल्तान सिंह ने कहा कि उसका परिवार वर्षों से संदीप सिंह की उधारी का ब्याज चुका रहा है. अब उनके पास आगे ब्याज चुकाने की स्थिति नहीं बची. ऐसे में अगर पुलिस के ही लोग उसका पक्ष नहीं सुनेंगे तो ऐसी वर्दी पहनने का क्या फायदा. फिलहाल, इस पूरे मामले पर डीएसपी ने कार्रवाई की बात कही है.