भिंड। एक ओर जहां देश भर में लॉकडाउन के बीच हर कोई एक दूसरे की मदद कर रहा है. शासन-प्रशासन समन्वय बनाकर इस लॉकडाउन को सफल बनाने में जुटे हैं तो वहीं भिंड में व्यवस्थाओं को लेकर दो प्रशासनिक अधिकारियों में जमकर हॉटटॉक का वीडियो सामने आया है. जहां एक अधिकारी अव्यवस्थाओं को लेकर फटकार लगा रहा है तो वहीं दूसरा अधिकारी उन पर भी घर में बैठने का आरोप लगा रहा है.
ये वीडियो जिले के मेहगांव इलाके का है, जहां सीमाओं को सील करने और बाहर से आने वाले यात्रियों को रोककर शेल्टर होम में क्वॉरेंटाइन करने के साथ उनके लिए खाने पीने और रुकने की व्यवस्थाएं देखने, आज मेहगांव एसडीएम गणेश जायसवाल मुरैना बॉर्डर पर गोरमी के सीमावर्ती गांव कोट पहुंचे. जहां सरकारी स्कूल को बनाए शेल्टर कैंप में व्यवस्थाओं के नाम पर सिर्फ एक टेंट लगा हुआ था. साथ ही कुछ टेबल पर पानी और नमकीन रखी हुई थी.
वही कैंप में रुकने वालों के लिए ओपन गैलरी में उन्हें बैठाया हुआ था. जबकि स्कूल में कई सारे कमरे थे और शासन के आदेश अनुसार इन कैंपस में गद्दे और उचित मात्रा में खाने पीने की व्यवस्था होनी चाहिए थी, इतनी अव्यवस्थाओं को देखकर एसडीएम जायसवाल ने जनपद पंचायत सीईओ बलबीर सिंह को लताड़ लगाना शुरू कर दिया. तो वहीं सीईओ ने भी बहस करते हुए एसडीएम पर 12 दिन से दिखाई ना देने का आरोप लगा दीया. ये पूरा वाक्य कैमरे में भी कैद हो गया. हालांकि बाद में बहस खत्म हुई तो स्कूल में बने कमरों के ताले तोड़कर अंदर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने की निर्देश देकर एसडीएम वहां से रवाना हो गए.
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते कई राज्यों से लोग पलायन कर भिंड जिले समेत देश के कई हिस्सों में पहुंच रहे हैं, जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सभी सीमाएं सील कर लॉक डाउन का ठीक से पालन करने के निर्देश जारी किए थे. जिसके बाद से भिंड जिले में भी सभी राज्य और अंतरराज्य सीमाएं सील कर दी गई हैं.