भिंड। जिले के लहार में प्रशासन की अनदेखी के कारण कष्टदायक हालात में भटकते बेसहारा अज्ञात वृद्ध की मदद के लिए मसीहा बनकर आए सामाजिक कार्यकर्ता संतोष चौहान के प्रयासों ने उन्हें आश्रम पहुंचाया. कुछ दिनों पहले दबोह थाना अंतर्गत देवरी तिराहे पर एक बुजुर्ग के खुले आसमान के नीचे फटे वस्त्रों में लावारिस हालत में लेटे होने की जानकारी संतोष चौहान को मिली थी, जिस पर मौके पर पहुंचकर संतोष चौहान ने डायल हंड्रेड की मदद से इन वृद्ध व्यक्ति को दबोह चिकित्सालय भिजवाया था.
वहीं चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर द्वारा इनकी अनदेखी की गई और इनका उपचार नहीं किया गया और दो दिन तक बुजुर्ग में हॉस्पिटल के बाहर ही लेटे रहे, फिर जब संतोष चौहान को इसकी जानकारी लगी तो संतोष चौहान द्वारा इनके संबंध में एसडीएम को जानकारी दी गई. एसडीएम के निर्देशानुसार दबोह हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर द्वारा बुजुर्ग को भिंड जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया, यहां इनको उपचार सुविधा तो मिली लेकिन घायल अवस्था में ही दो दिन बाद डिस्चार्ज कार्ड थमा कर बाहर कर दिया गया.
हॉस्पिटल में इनकी देखरेख कर रहे एक व्यक्ति ने संतोष को बुजुर्ग के डिस्चार्ज होने के संबंध में अवगत कराया. जानकारी मिलने पर संतोष चौहान जिला अस्पताल पहुंचे और डॉ अजीत मिश्रा भिंड संपर्क कर उनको फिर एडमिट कराया. इनके सुविधाजनक तरीके से रहने खाने पीने की व्यवस्था के लिए संतोष चौहान द्वारा सक्रिय प्रयास किया गया. वहीं संतोष ने संभाग स्तर पर बेसहारा असहाय लोगों को रखने वाले आश्रमों की जानकारी जुटाई. और अपना घर के नाम से संचालित वृद्ध आश्रम में बुजुर्ग के रहने की व्यवस्था करवाई और उन्हें वहां छोड़ा.