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विकास कार्यों की तकनीकी मंजूरी के लिए प्रभारी AE ने मांगा कमीशन

विकासकार्यों की तकनीकी स्वीकृति पर आरईएस के प्रभारी एई ​​कमीशन मांगते हैं. इस संबंध में सरपंचों ने जिला पंचायत सीईओ को शिकायती आवेदन दिया है.

AE in charge of RES asks for commission on technical approval of development works
भ्रष्टाचार का मामला
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Published : Jun 5, 2021, 12:32 PM IST

भिंड। आम जनता का पैसा जिम्मेदार अधिकारी हड़पने का काम कर रहे हैं. निर्माणकार्यों की स्वीकृति में भी कमीशनखोरी की जा रही हैं. यह आरोप ग्राम पंचायतों के सरपंचों द्वारा गोहद जनपद में पदस्थ आरईएस विभाग के उप अभियंता और प्रभारी एई ​​पर लगाया जा रहा है. इस संबंध में सरपंचों और सचिव ने जिला पंचायत सीईओ को लिखित शिकायत देकर आरोपी अधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं.

प्रभारी एई के खिलाफ लामबंद हुए सरपंच


जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की शाम जिला मुख्यालय स्थित जिला पंचायत सीईओ से मिलने खरौआ ग्राम पंचायत के सरपंच, एंचाया के सरपंच-सचिव और बरथरा ग्राम पंचायत के सरपंच पहुंचे. आरईएस के प्रभारी एई ​​आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ लिखित में शिकायती आवेदन दिया गया, जिसमें आरोप लगाया गया कि प्रभारी एई ​​द्वारा ग्राम पंचायत के विकासकार्यों की तकनीकी स्वीकृति यानि टीएस जारी करने के बदले तीन प्रतिशत कमीशन राशि की मांग की गई. मना करने पर तकनीकि स्वीकृति जारी नहीं की गई, जिसकी वजह से पंचायत में निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं.

प्रभारी AE ने मांगा कमीशन



पिता-बेटे मिल कर कर रहे भ्रष्टाचार


शिकायती पत्र में सचिव और सरपंचों ने यह भी आरोप लगाया है कि आशुतोष श्रीवास्तव आरईएस कार्यालय में अपने बेटे को बैठा रहे हैं, जिसके द्वारा ही सरपंचों को आरईएस कार्यालय में बुलाकर कमीशन लेकर तकनीकि स्वीकृति जारी की जा रही हैं. ऐसे में सरपंचों ने प्रभारी AE आशुतोष श्रीवास्तव द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्हें गोहद से हटाने और कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं.


लाखा बंजारा झील की सफाई में भ्रष्टाचार, कमलनाथ ने सीएम को लिखा पत्र


‘स्वीकृति के लिए रिश्वत मांगते है आशुतोष श्रीवास्तव’


इस पूरे मामले में खरौआ सरपंच का आरोप है कि आशुतोष श्रीवास्तव के पास बहुत सारे प्रभार हैं. उन्हें दो से 3 जगहों पर आरईएस के SDO का प्रभार सौंपा गया हैं. एई का प्रभार भी उन्हीं के पास है. इसलिए पहले तो वह मिलते नहीं है और जब मिलते है, तो उनके द्वारा पंचायतों में बिना कमीशन कोई काम नहीं होता हैं. वह किसी भी निर्माणकार्य की स्वीकृति के लिए काम से पहले तीन प्रतिशत कमीशन की मांग रखते है. जैसे-तैसे काम पूरा हो जाए, तो 10 प्रतिशत कमीशन अलग से मांगते हैं.

एंचाया पंचायत के सरपंच पति ने बताया कि आरोपी अधिकारी आशुतोष कमीशन राशि की मांग करते हैं. उनका विरोध करने पर गाली-गलौज करते है. बेटा तो अपने साथ गुंडे भी ले आता है. विकासकार्यों की स्वीकृति भी नहीं देता हैं.


जिला पंचायत सीईओ ने दिया रटा रटाया जवाब

जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि इस सम्बंध में उन्होंने आरईएस विभाग को निर्देशित कर दिया है कि तकनीकी स्वीकृतियां दिलाई जाए. प्रभारी एई आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ जांच कराई जाए.

भिंड। आम जनता का पैसा जिम्मेदार अधिकारी हड़पने का काम कर रहे हैं. निर्माणकार्यों की स्वीकृति में भी कमीशनखोरी की जा रही हैं. यह आरोप ग्राम पंचायतों के सरपंचों द्वारा गोहद जनपद में पदस्थ आरईएस विभाग के उप अभियंता और प्रभारी एई ​​पर लगाया जा रहा है. इस संबंध में सरपंचों और सचिव ने जिला पंचायत सीईओ को लिखित शिकायत देकर आरोपी अधिकारी आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं.

प्रभारी एई के खिलाफ लामबंद हुए सरपंच


जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की शाम जिला मुख्यालय स्थित जिला पंचायत सीईओ से मिलने खरौआ ग्राम पंचायत के सरपंच, एंचाया के सरपंच-सचिव और बरथरा ग्राम पंचायत के सरपंच पहुंचे. आरईएस के प्रभारी एई ​​आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ लिखित में शिकायती आवेदन दिया गया, जिसमें आरोप लगाया गया कि प्रभारी एई ​​द्वारा ग्राम पंचायत के विकासकार्यों की तकनीकी स्वीकृति यानि टीएस जारी करने के बदले तीन प्रतिशत कमीशन राशि की मांग की गई. मना करने पर तकनीकि स्वीकृति जारी नहीं की गई, जिसकी वजह से पंचायत में निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं.

प्रभारी AE ने मांगा कमीशन



पिता-बेटे मिल कर कर रहे भ्रष्टाचार


शिकायती पत्र में सचिव और सरपंचों ने यह भी आरोप लगाया है कि आशुतोष श्रीवास्तव आरईएस कार्यालय में अपने बेटे को बैठा रहे हैं, जिसके द्वारा ही सरपंचों को आरईएस कार्यालय में बुलाकर कमीशन लेकर तकनीकि स्वीकृति जारी की जा रही हैं. ऐसे में सरपंचों ने प्रभारी AE आशुतोष श्रीवास्तव द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ उन्हें गोहद से हटाने और कड़ी कार्रवाई की मांग की हैं.


लाखा बंजारा झील की सफाई में भ्रष्टाचार, कमलनाथ ने सीएम को लिखा पत्र


‘स्वीकृति के लिए रिश्वत मांगते है आशुतोष श्रीवास्तव’


इस पूरे मामले में खरौआ सरपंच का आरोप है कि आशुतोष श्रीवास्तव के पास बहुत सारे प्रभार हैं. उन्हें दो से 3 जगहों पर आरईएस के SDO का प्रभार सौंपा गया हैं. एई का प्रभार भी उन्हीं के पास है. इसलिए पहले तो वह मिलते नहीं है और जब मिलते है, तो उनके द्वारा पंचायतों में बिना कमीशन कोई काम नहीं होता हैं. वह किसी भी निर्माणकार्य की स्वीकृति के लिए काम से पहले तीन प्रतिशत कमीशन की मांग रखते है. जैसे-तैसे काम पूरा हो जाए, तो 10 प्रतिशत कमीशन अलग से मांगते हैं.

एंचाया पंचायत के सरपंच पति ने बताया कि आरोपी अधिकारी आशुतोष कमीशन राशि की मांग करते हैं. उनका विरोध करने पर गाली-गलौज करते है. बेटा तो अपने साथ गुंडे भी ले आता है. विकासकार्यों की स्वीकृति भी नहीं देता हैं.


जिला पंचायत सीईओ ने दिया रटा रटाया जवाब

जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि इस सम्बंध में उन्होंने आरईएस विभाग को निर्देशित कर दिया है कि तकनीकी स्वीकृतियां दिलाई जाए. प्रभारी एई आशुतोष श्रीवास्तव के खिलाफ जांच कराई जाए.

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