भिंड। अटेर तहसील क्षेत्र में जहरीली गैस से 3 किसानों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर बढ़ने पर तीनों किसान खेत में बने ट्यूबेल के कुएं में मोटर निकालने उतरे थे, लेकिन कुएं में मौजूद जहरीली गैस की चपेट में आने से तीनों का दम घुट गया. तीनों किसानों को ढूंढने के लिए कुएं में उतरा एक अन्य किसान भी ज़हरीली गैस की चपेट में आ गया, लेकिन समय रहते उसे बचा लिया गया. स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची ग्वालियर SDRF किटी ने 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों किसानों के शव कुएं से बाहर निकाले.
ट्यूबवेल की मोटर निकालने में गई जान
घटना अंचल के परा गांव स्थित कछार की बताई जा रही है. गांव से करीब 2 किलोमीटर अंदर का सार में कारी नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते खेतों में पानी भर गया. जिसकी वजह से किसान काफी चिंतित हैं. शुक्रवार सुबह स्थानीय किसान हनीफ के खेत में भी पानी आता देख खेत में बने कुएं से ट्यूबवेल की मोटर बाहर निकालने के लिए वह 2 अन्य किसान बसारत और भूरे के साथ कुए में उतरा, लेकिन नदी चढ़ी होने के चलते कुएं में जहरीली गैस का रिसाव हो गया. जिसकी चपेट में आते ही तीनों कुए में ही बेहोश हो गए.
सूचना के बाद भी नहीं पहुंचा प्रशासन, ग्रामीणों ने लगाया जाम
काफी देर तक तीनों किसानों में से कोई बाहर नहीं आया तो एक अन्य किसान को रस्सी के सहारे कुंए में उतारा. लेकिन जहरीली गैस की वजह से वह किसान भी बेहोश हो गया. समय रहते उसे वापस निकाल लिया गया. स्थिति समझते ही खेत में मौजूद लोगों ने अन्य ग्रामीणों को बुलाया और प्रशासन के साथ डायल 100 और 108 एंबुलेंस को भी सूचना दी. लेकिन 45 मिनट तक कोई मौके पर नहीं पहुंचा. आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम कर दिया. हालांकि तब तक मौके पर अटेर पुलिस पहुंच चुकी थी.
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सेफ्टी गियर की कमी, ग्वालियर से बुलाई SDRF टीम
स्थिति के गंभीरता को देखते हुए मौके पर भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह दल बल और ग्वालियर से एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों को शांत करावाकर शुरू कराया गया. एसपी में बताया कि मामला जहरीली गैस से जुड़ा हुआ था, ऐसे में भिंड में मौजूद टीम के पास ऑक्सीजन इक्विपमेंट और सेफ्टी गियर की कमी देखी जा रही थी. जिसके चलते ग्वालियर SDRF को बुलाना पड़ा.
दो घंटे की मशक्कत के बाद रिकवर हुए शव
एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम ने सेफ्टी गियर और ऑक्सीजन सप्लाई के साथ टीम के एक सदस्य को कुएं में उतारा. करीब 2 घंटे तक चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एक एक कर तीनों मृतकों के शव बाहर निकाले गए. जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. वहीं चौथे किसान को भी इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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10 हजार की अनुदान राशि दी
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने पीड़ित परिवार से भी मुलाकात कर मदद और मुआवजे के साथ हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. वहीं प्रशासन ने मृतकों के परिजन को 10-10 हजार रुपए को अनुदान राशि दी है.