बैतूल। देश भर में आज मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जा रहा है. आज के दिन दान का विशेष महत्व है. लोग एक दूसरे और गरीबों में जाकर तिलगट्टी, खिचड़ी एवं अन्य बांटते हैं, लेकिन बैतूल में एक भूखी महिला ने भीख-दान न मिलने से फांसी लगाकर जान (beggar woman suicide in betul) दे दी. वहीं महिला का पति राशन की दुकान के लगातार चक्कर काट रहा है, लेकिन उसे सरकारी राशन नहीं मिला. ऐसे में सीएम शिवराज सरकार की योजना राशन आपके द्वार योजना की जमीनी हकीकत सामने आ रही है.
ढाई साल पहले हुई थी शादी
22 साल की रिंकी पारदी की ढाई साल पहले ही राजकुमार से शादी हुई थी. उसका 17 महीने का बच्चा भी है. महिला का पति राजकुमार गुरुवार को राशन लेने बैतूल (woman hanged to death in betul) से चौथिया गया था. जब लौटा तो रिंकी की लाश फंदे पर लटकी थी. हफ्ते भर से दोनों को भरपेट खाना नहीं मिल रहा था.
हफ्ते भर से चल रही थी परेशानी
राजकुमार का कहना है कि पारदी समाज से होने के चलते उन्हें कोई मजदूरी का काम नहीं देता. इसलिए उसकी पत्नी रिंकी भीख मांगने जाती थी. कई दिनों से उसे भीख में खाना नहीं मिल रहा था. हफ्ते भर से खाने की परेशानी चल रही थी. भरपेट खाना नहीं खाया. एक रोटी को आधी-आधी खाकर गुजारा कर रहे थे. कोई हमे मजदूरी पर रख लेता तो घर का काम चल जाता और आज ये दिन देखने को नहीं मिलता.
कहां गई 'राशन आपके द्वार' योजना
राजकुमार का चौथिया में राशन कार्ड बना हैं. वहां राशन के लिए कई बार गया, लेकिन राशन नहीं मिला. ऐसे में सीएम शिवराज के राशन आपके द्वार के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. 15 नवंबर को सीएम शिवराज ने पीएम मोदी की मौजूदगी में राशन आपके द्वार योजना की शुरुआत की थी. इसके बावजूद राजकुमार को राशन नहीं मिला.
वहीं पुलिस महिला के मौत के कारणों का पता कर रही है. एसडीओपी बैतूल नितेश पटेल का कहना है कि महिला मानसिक तनाव में थी. आर्थिक तंगी के चलते उसने आत्महत्या की है. हालांकि महिला के शार्ट पीएम रिपोर्ट में उसके पेट मे भोजन पाया गया है.