बैतूल। शाहपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत भयावाड़ी के ग्रामीणों ने सरपंच, सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर एसडीएम और जनपद सीईओ को ज्ञापन सौंपा है. भैयावाड़ी के आधा सैकड़ा ग्रामीण जनपद कार्यालय शाहपुर पंहुचे. जिसके बाद सभी ने कार्यपालन अधिकारी कंचन डोंगरे एवं एसडीएम राधे श्याम बघेल को ज्ञापन सौंपा.
सीईओ कंचन डोंगरे ने ग्रामीणों को सम्मान के साथ सभा गृह में बिठाया और उनकी समस्या सुनी साथ ही जल्द निराकरण करने का आश्वासन भी दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश में मनरेगा के तहत कराए गए घटिया निर्माण ताश के पत्तों की तरह ढह गए हैं. एक ही बारिश में निर्माण कार्यों का इस तरह ढह जाना भारी भ्रष्टाचार एवं सरपंच-सचिव ने मनमाने ढंग से कार्य करने को दर्शाता है.
ग्रामीणों ने बताया कि बिना प्रस्ताव सामुदायिक भवन सरपंच पति द्वारा अपनी मर्जी से शुरू कर प्राक्कलन बगैर मापदंड की सरिया एवं घटिया सीमेंट का उपयोग कर स्लैब टाइट कर दिया गया, जबकि दरवाजे खिड़की भी नहीं लगाया, जो नियम अनुसार सही नहीं है. इससे भी बड़ी बात यह है कि विगत 3 वर्षों में ये निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है, जबकि निर्माण कार्य से अधिक राशि आहरण कर ली गई.
ग्रामीणों ने बताया कि नदी किनारे की डूब प्रभावित भूमि पर बिना प्रस्ताव के शासकीय उचित मूल्य दुकान का निर्माण किया जा रहा है. दुकान तक जाने के लिए मार्ग भी नहीं है ना ही भविष्य में वन परियोजना एवं भारी वाहनों का आवागमन हो पाएगा. इसमें भी निर्माण कार्य से अधिक राशि का आहरण कर लिया गया है.
मुख्य कार्यपालन अधिकारी का कहना है कि मैंने जांच टीम गठित कर दी हैं. जिसमें खंड पंचायत अधिकारी वीरेंद्र मानकर, पंचायत समन्वयक अधिकारी टीकाराम कीर, इंजीनियर सियाकांत बरखने को जांच टीम में शामिल किया गया है, इसमें जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.