बैतूल। मध्यप्रदेश के पड़ोसी और बैतूल के सीमावर्ती प्रदेश महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच प्रशासन ने महाराष्ट्र से आने और उस ओर जाने वाली यात्री बसों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही प्रशासन ने जिले की सीमा पर चिकित्सकों का दल तैनात कर दिया है. ये दल महाराष्ट्र से आने-जाने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करेगा.
परिवहन विभाग ने ट्रांसपोर्ट्स को कोरोना से निपटने के लिए बसों को सेनिटाइज करने के निर्देश दिए हैं. वहीं यात्रियों के हाथों को सेनिटाइज करवाने की और बसों की साफ सफाई के साथ ही बसों में लगे पर्दे भी हटाने की सलाह दी है. मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग ने पूरे प्रदेश में अंतरराज्यीय बस सेवा पर रोक लगाई है, जिनमें नियमित बसों के अलावा टूरिस्ट बस भी शामिल है.
परिवहन कार्यालयों में स्थायी ड्राइविंग लायसेंस/लर्निंग ड्राइविंग लायसेंस बनाने की प्रक्रिया भी 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई है. दरअसल बैतूल जिले के मुलताई में प्रति सप्ताह महाराष्ट्र के वरुड़-अमरावती की ओर से सैकड़ों व्यापारी साप्ताहिक बाजार में पहुंचते हैं. इसके अलावा प्रभात पट्टन और सालबर्डी के धार्मिक स्थलों पर अभी भी प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की महाराष्ट्र की ओर से आवाजाही लगातार बनी हुई है. महाराष्ट्र में इस समय सबसे अधिक संक्रमित मरीज पाए गए हैं. ऐसे में इस ओर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग आवश्यक हो गई है.