बैतूल। एक खबर सामने आ रही है, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. पूरा मामला कोयले की डकैती का है, जहां कोयला खदान में एक साथ डकैतों ने धावा बोल दिया. डकैतों के धावा बोलते ही कोल कर्मियों में दहशत फैल गई.
कोल कर्मियों से डकैतों ने की मारपीट
25 से 30 हथियारबंद बदमाशों ने खदान पर पहले हमला बोल दिया. हमला बोलते ही कुछ बदमाशों ने ड्यूटी पर तैनात कोल कर्मियों को धीरे-धीरे एक जगह पर इकट्ठा किया, वहीं कुछ बदमाश खदान के अंदर उतर गए. इस बीच जहां कोल कर्मियों को इकट्ठा किया गया था, वहां पर मौजूद बदमाशों ने उनसे स्पेयर पार्ट्स के बारे में पूछताछ करनी शुरू कर दी. कोल कर्मियों द्वारा जानकारी नहीं देने और वारदात का विरोध करने पर बदमाशों ने बंधक बनाए गए कोल कर्मियों के साथ मारपीट की. इस दौरान सुरक्षा गार्ड संतोष को बदमाशों ने बड़े ही बेरहमी से मारा.
पुलिस छावनी में तब्दील रही खदान
कोयला खदान में कोल कर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट करने और खदान के अंदर बदमाशों के घुसने की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई. इस घटना को लेकर कोयला खदान के पास कई जिले की पुलिस मौजूद हो गई. एएसपी और एसडीओपी ने रातभर मोर्चा संभालते हुए पुलिस की तीन अलग-अलग टीम बनाई, और सभी को जिम्मेदारी सौंपी गई. पाथाखेड़ा चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी 40 पुलिस कर्मियों का नेतृत्व करते हुए खदान के अंदर गए और करीब ढाई किलोमीटर तक खोजबीन की. इसके बाद सुबह करीब नौ बजे पुलिस ने छह बदमाशों को अलग-अलग जगहों से पकड़कर सुरक्षित खदान से बाहर निकाला.
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चप्पल से आरोपी तक पहुंची पुलिस
आरोपियों की तलाश में खदान के अंदर उतरी पुलिस के लिए वह जगह पूरी नई थी, इसके वजह से आरोपी तक पुलिस का पहुंचना मुश्किल था. बहुत देर तक पुलिस ने सर्च किया, इस बीच टीम का नेतृत्व कर रहे पाथाखेड़ा चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी को एक चप्पल खदान के अंदर दिखाई दी, जो खदान में उतरे बदमाशों में से किसी की थी. इसके बाद ही पुलिस पैर के पदचिन्ह को सर्च करते हुए आगे बढ़ती रही और बदमाशों तक जा पहुंची.