बैतूल। मानसूनी बारिश के चलते बैतूल के कई इलाकों में हाई अलर्ट के हालात बन गए हैं. जबकि कुछ क्षेत्रों की नदियों में आ रही बाढ़ से रास्ते बंद हो गए हैं. वहीं भारी बारिश के चलते सतपुड़ा डैम के गेट खोलने पड़े है. डैम के गेट खोलने से 36 गांवों का संपर्क टूट गया है.
नर्मदा नदी सहित इटारसी के तवा बांध में जलस्तर बढ़ रहा है. जिले के सारणी और उसके ऊपरी इलाके में अब तक हुई 414 एमएम बारिश से सतपुड़ा बांध में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. जिसके चलते सतपुड़ा थर्मल पावर स्टेशन प्रबंधन को डैम के गेट खोलने पड़े हैं. बीते दिन यहां सात गेट 5-5 फुट खोले गए थे.जबकि सुबह चार बजे से मंगलवार शाम 6 बजे तक इसके 5-5 गेटों से 3-3 फुट पानी छोड़ा जा रहा था. बारिश के चलते बुधवार तक ऐसे ही रहेगा.
बारिश की रफ्तार शाम से कम पड़ने के कारण अब इन गेटों को एक-एक फुट की ऊंचाई तक ही खोलकर रखा गया है. छिन्दवाड़ा जिले के कई इलाकों में हुई बारिश से तवा नदी में बढ़ रहे जलस्तर के कारण डैम में पानी की लगातार आवक बनी हुई है. लिहाजा डैम के गेट खोले जा रहे हैं. डैम के गेट खोले जाने से 12 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकंड निकल रहा है. इसकी वजह से जिले के चोपना सारणी मार्ग का नांदिया घाट से और घोड़ाडोंगरी चोपना मार्ग का सिवनपाट की ओर से संपर्क टूट गया है.
तवा के किनारे के गांवों में मुनादी कराकर हाई एलर्ट भी किया गया है. इधर खंडवा स्टेट हाइवे पर अग्नि नदी में आई बाढ़ से आशापुर के पास पुलिया बहने से यह राज्यमार्ग बंद हो गया है. जबकि धारणी महाराष्ट्र को जाने वाले मार्ग पर भी तेज बाढ़ से पुलिया टूट गई है. जिसके चलते इसका संपर्क बैतूल से टूट गया है. जबकि नेशनल हाइवे 69 पर धार नदी में बन रही बाढ़ की स्तिथि से हाइवे भी बाधित हो रहा है. जिसमें सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों को हो रही है. जिन्हें इलाज के लिए भोपाल स्तिथ हमीदिया हॉस्पिटल भेजा जा रहा है,