बैतूल। जिले के सारणी के पावर जेनरेटिंग कंपनी के पावर हाउस क्रमांक दो और तीन से निकासी होने वाले राख युक्त पानी के पाइप लाइन की चोरी कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोहे के पाइप चोरी करने वाले कर्मचारी के द्वारा मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के सुरक्षा विभाग, राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल सहित ठेकेदार के नाम लिए जाने से यह मामला और भी ज्यादा दिलचस्प हो गया है.
10 दिन पहले ही लगभग 170 मीटर लोहे की पाइप लाइन चोरी हुई थी, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है, इस मामले में राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल और सुरक्षा अधिकारी की भूमिका संदेह के घेरे में बनी हुई है. ऐसे में गोल पहाड़ी के पास चोरी कर लोहे के पाइप को ले जाने में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं.
राख बांध चोरों के लिए बना उपयोग अड्डा
मध्यप्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी के नए और पुराने राख बांध को मिलाकर 1,535 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ है. इस राख बांध में पानी की निकासी के लिए लोहे के पाइप बिछाए गए हैं. लोहे के पाइप को मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के सुरक्षा विभाग और राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल के अधिकारियों के इशारे पर चोरी किए जाने का खुलासा बीती रात को हो चुका है. अब देखना है कि मध्यप्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी के उच्च अधिकारी राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल और सुरक्षा विभाग के अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करते हैं.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
गोल पहाड़ी के पास से इंदर नाम की लोहे की पाइप चोरी हुई थी, जिसमें प्रभू, मोटू, सुनील सहित अन्य 3 आरोपी पकड़े गए हैं, और उन्होंने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है. आरोपियों ने बताया कि जुनैद लोहे के पाइप चोरी करवा कर बृजेश के ट्रैक्टर में रखकर बाहर भेजने का काम करता है. जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, अब राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल और सुरक्षा विभाग के लिए जुनैद सबसे बड़ी परेशानी का कारण बना हुआ है, फिलहाल पूरे मामले में जांच जारी है.