इंदौर/बैतूल/बालाघाट/छिंदवाड़ा। पूरे मध्यप्रदेश के लगातार झमाझम बारिश जारी है. बुधवार रात से बैतूल जिले में तेज बारिश हो रही है. जिसके चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. माचना नदी में बाढ़ के चलते बैतूल-भोपाल नेशनल हाईवे पर यातायात ठप है. खतरनाक बाढ़ से माचना नदी में कटाव भी होने लगा है. बीते 24 घंटे में जिले में 114.9 बारिश हुई है. घोड़ाडोंगरी और चिचोली ब्लॉक में बारिश के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं. पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे अधिक बारिश घोड़ाडोंगरी में 250 मिलीमीटर हुई है. इधर बालाघाट में मूसलाधार बारिश के चलते राइस मिल की दीवार ढहने से मलबे में दबकर एक की मौत हो गई. इंदौर में तेज बारिश और आंधी चलने से कई जगहों पर पानी भर गया तो कई जगहों पर पेड़ भी गिर गए. वहीं छिंदवाड़ा जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड में बारिश का पानी भर गया है.
बैतूल-भोपाल नेशनल हाईवे पर यातायात बंद: शुरुआती दिनों में इंद्रदेव ने बैतूल के प्रति थोड़ी बेरुखी दिखाई. लेकिन, अब जिले पर वे पूरी तरह से मेहरबान हो गए हैं. यही कारण है कि पूरा जिला पिछले दो दिनों से पानी-पानी हो गया है. सोमवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश मंगलवार दोपहर तक जारी रही. दिन में थोड़ी राहत मिलने के बाद मंगलवार रात में फिर तेज बारिश शुरु हो गई जो बुधवार तक जारी रही. भारी बारिश से चलते माचना नदी उफना गई है. यही कारण है कि शाहपुर में पुल के ऊपर से बाढ़ चल रही है. बैतूल-भोपाल नेशनल हाईवे पर यातायात बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अन्य कई मार्गों पर भी यही हाल हैं. लगातार हो रही बारिश के मिजाज से ऐसा लग रहा है कि जुलाई के महीने में ही मौसम का कोटा पूरा हो जाएगा. आज सुबह तक ही जिले में 490.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. यह जिले की कुल बारिश की लगभग आधी है. पिछले साल आज तक केवल 268.8 मिलीमीटर बारिश हुई थी. जिले की औसत सामान्य बारिश 1083.9 मिलीमीटर है. विगत 24 घंटे में घोड़ाडोंगरी में 250 और चिचोली में 232.5 मिलीमीटर बारिश हुई है. भीमपुर, शाहपुर और बैतूल में भी अच्छी बारिश हुई.
''मैं राजस्थान का रहने वाला हूं. माचना नदी में बाढ़ आने के चलते पिछले 6 घंटे से यहां फंसा हुआ हूं. मैं महाराष्ट्र में बगीचा लेने जा रहा था. यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है. लोग परेशान हो रहे हैं''. -किशोर सिंह, युवक
इंदौर में बारिश-आंधी से पेड़ गिरे: इंदौर में देर रात तेज बारिश और आंधी चली, जिसके कारण कई जगह पर पानी भर गया तो कई जगहों पर पेड़ भी गिर गए. पंढरीनाथ थाना क्षेत्र में मौजूद एक पेड़ गिर गया. जिसके कारण वहां पर खड़ी कुछ कारें और बाइक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं. जैसे ही पेड़ गिरने की जानकारी वहां पर मौजूद रहवासियों को लगी उन्होंने पुलिस को सूचना दी और खुद ही पेड़ को हटाने में जुट गए. गनीमत रही कि जब पेड़ गिरा तो वहां कोई व्यक्ति नहीं था. वरना कोई थी बड़ी घटना हो सकती थी. वहीं कई जगहों पर जलभराव की स्थिति भी निर्मित हुई.
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बालाघाट में दीवार ढहने से एक की मौत: बालाघाट में मूसलाधार बारिश के चलते एक बड़ा हादसा हो गया. राइस मिली की दीवार ढहने से तीन मजदूर मलबे में दब गए. जिसमें से एक मजदूर गुरुमुख खंडाते की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी वहीं दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गये. हादसे की जानकारी के बाद आक्रोशित ग्रामीण राइस मिल मालिक को जिम्मेदार ठहराया है. वही घटना की जानकारी लगते ही ग्रामीण एवं कोतवाली थाने का बल मौके पर पहुंचा और क्रेन की मदद से ढही दीवार को हटाया और मजदूरों को बाहर निकाला.
छिंदवाड़ा में गायनिक वार्ड में भरा पानी: छिंदवाड़ा के जिला अस्पताल के गायनिक वार्ड में बारिश का पानी भर गया. पानी भर जाने की वजह से प्रसूता महिलाएं रात भर परेशान होती रहीं. मरीज के परिजनों ने बताया कि जरा सी बारिश में भी वार्ड में पानी भर रहा है जिसकी वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत प्रसूता महिलाओं को हो रही है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अधिक बारिश की वजह से ऐसा हो रहा है लेकिन सफाई कर्मी लगातार पानी बाहर कर रहे हैं.
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