बैतूल। मुलताई से दो मामले सामने आया हैं, जहां खड़कवार गांव स्थित पारबिरोली रोड पर एक अवैध सागौन से भरी पिकअप बाढ़ की चपेट में आने से बह गई, जिसमें 5 सागौन की चरपटें रखी थीं. घटना के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी, जिसके बाद रेंजर अमित साहू सहित वन अमले ने पहुंचकर क्रेन की मदद से पिकअप को बाहर निकाला.
इस संंबंध में रेंजर अमित साहू ने बताया कि पांच सागौन की चरपटें पिकअप में पाई गईं, जबकि 16 चरपटें पानी में बहते हुए मिलीं. इस हिसाब से 21 चरपटें 0.807 घन मीटर जब्त कर ली गई हैं. वहीं अज्ञात आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने कहा कि अगर पिकअप बाढ़ के पानी में नहीं बहती तो वाहन को पकड़ पाना मुश्किल हो जाता. हालांकि पिकअप में रखी सागौन की चरपटें की पूरी जांच की जा रही है. फिलहाल चरपटें जब्त कर अज्ञात आरोपी के खिलाफ वन अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है. जिले सहित प्रभात पट्टन क्षेत्र में इन दिनों लगातार सागौन माफियाओं द्वारा तस्करी की जा रही है. बीते दिनों प्रभात पट्टन के सिवनपानी में भी बड़ी मात्रा में सागौन की चरपटें वन अमले ने जब्त की थीं.
मोबाइल की दुकान को चोरों ने बनाया निशाना
नगर के बस स्टैंड पर स्थित एक मोबाइल दुकान के ताले अज्ञात चोरों द्वारा तोड़ दिए गए, जहां से लगभग 20 हजार रुपए से ज्यादा के मोबाइल सहित पावर बैंक, चार्जर और मेमोरी कार्ड पर हाथ साफ किया गया. चोरों द्वारा हसियां, रॉड और अन्य हथियारों की मदद ली गई. रविवार की सुबह जब दुकान मालिक मॉर्निंग वॉक के लिए निकला, तो दुकान का ताला टूटा हुआ था. मालिक ने इस चोरी की वारदात की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. दुकानदार प्रेम सिंह रघुंवशी ने बताया कि मोबाइल की दुकान बस स्टैंड पर स्थित है, जहां हर रोज की तरह शनिवार रात 8 बजे भी दुकान बंद कर वापस घर गया था.
लॉकडाउन में भी टूट चुके हैं ताले
इससे पहले भी लॉकडाउन के दौरान बस स्टैंड पर अज्ञात चोरों द्वारा कई दुकानों के ताले तोड़े जा चुके हैं, लेकिन अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं लग पाया है. वहीं एक बार फिर से मोबाइल दुकान में चोरी होने से व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त है. व्यापारियों का कहना है कि बस स्टैंड जैसी जगह पर भी दुकानों के ताले टूट रहे हैं.