बैतूल। सरकार ने आदेश दिए हैं कि किसान का अनाज खरीदने के 48 घंटे के अंदर उसका भुगतान हो जाना चाहिए, लेकिन जमीनी हकीकत इससे परे है केसिया सहकारी समिति में ये आदेश केवल कागजों तक ही सीमित हैं. दरअसल, केसिया सहकारी समिति ने पिछले 24 मई को किसानों से गेहूं की उपज तो खरीद ली, लेकिन आज तक किसान का भुगतान नहीं किया गया. जिसके बाद किसान अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगाने पर मजबूर हैं, राशि नहीं मिलने के कारण कई किसान तो साहूकारों से ब्याज पर रकम लेकर परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं. बावजूद इसके किसानों की राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
भुगतान नहीं होने से हैरान परेशान किसानों ने शाहपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक सहकारी समिति केसिया के खिलाफ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. इस संबंध में किसानों ने मंगलवार कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उपज का भुगतान दिलवाए जाने की मांग की है, किसान भैयालाल कुमरे, शिवेंद्र अमृतलाल, मकडू काकोड़िया ने बताया कि लगभग 6 लाख का भुगतान प्राथमिक सहकारी समिति केसिया में अटका हुआ है. बार-बार समिति के चक्कर काटने के बाद भी आज तक भुगतान नहीं हुआ है.
किसानों का कहना है वह अलग-अलग गांव में रहते हैं, कृषि और मजदूरी का काम कर वह अपने घर का भरण-पोषण कर रहे हैं. वर्तमान में वह कृषि पर ही निर्भर है, लेकिन अनाज का भुगतान नहीं होने से परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई है. किसानों का कहना है कि भुगतान नहीं हुआ तो उनके पास भूखे मरने की स्थिति पैदा हो जाएगी.
कलेक्टर को सौंपे आवेदन में उन्होंने बताया कि कई बार इसकी शिकायत उप केंद्र प्राथमिक समिति केसिया में की गई, लेकिन समिति और समिति में कार्यरत पदस्थ बाबू एवं ऑपरेटर ने आश्वासन दिया कि आपके खाते में ये राशि का भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन आज दिनांक तक किसी भी किसान के खाते में किसी प्रकार की कोई राशि नहीं आई है.
आवेदक किसानों का कहना है उन्होंने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन नंबर पर की थी, और कलेक्टर को शिकायत आवेदन दिया था. जिसके बाद कलेक्टर ने आश्वासन दिया था कि चार से पांच दिन के अंदर किसानों की समस्या का हल निकाल लिया जाएगा. लेकिन आज दिनांक तक इसका कोई समाधान नहीं हुआ है और ना ही किसानों को किसी प्रकार की मदद दी गयी है. आवेदन के माध्यम से किसानों ने उनके द्वारा बेचे गए समस्त उपज की राशि अतिशीघ्र दिलवाए जाने की मांग की है.