बैतूल। जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील जुवाड़ी फीडर के 10 गांव के किसानों ने बैतूल परासिया स्टेट हाइवे पर बिजली का पोल रखकर जाम लगा दिया. जाम लगने से हाइवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई. किसानों ने खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली ना मिलने को लेकर सोमवार को घोड़ाडोंगरी बिजली कार्यालय का घेराव भी किया. इस दौरान सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली देने और रात की जगह दिन में बिजली दिए जाने की मांग को लेकर सड़क पर जमकर नारेबाजी की.
किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एमपीईबी शाहपुर सब डिवीजन के एई संदीप मेश्राम घोड़ाडोंगरी बिजली ऑफिस पहुंचे. उन्होंने किसानों की समस्या सुनी और जल्द से जल्द निराकरण करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद किसानों ने स्टेट हाइवे से जाम खोला. घोड़ाडोंगरी पुलिस और रानीपुर पुलिस भी बिजली ऑफिस पहुंच गई थी. वहीं बिजली कंपनी के एई संदीप मेश्राम का कहना है कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली दिए जाने की व्यवस्था की जा रही है.
खेतों में सिंचाई के लिए नहीं मिल रही पर्याप्त बिजली
किसान दीपक पटेल ने बताया कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है. जिसके चलते खेतों में फसल सूख रही है. सरकार किसानों को 10 घंटे बिजली देने का वादा करती है, लेकिन बिजली कंपनी 2 से 3 घंटे ही बिजली दे रही है. उसमें भी किसान लो वोल्टेज की समस्या से परेशान है. वहीं किसानों को रात में बिजली दी जाती है. किसानों ने दिन में बिजली देने की मांग की है. लगातार मांग करने के बाद भी किसानों की समस्या का समाधान नहीं होने पर आज किसान सड़क पर उतरे हैं.
रात में खेत में सिंचाई के दौरान किसान की मौत
घोड़ाडोंगरी तहसील के डेहरी आमढाना गांव में रात में सिंचाई करने के दौरान एक किसान की मौत हो गई. हालांकि परिजन उसे लेकर घोड़ाडोंगरी अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. घोड़ाडोंगरी अस्पताल के डॉक्टर विजय सिंह ने बताया कि किसान रात में खेत में सिंचाई कर रहा था ठंड के कारण संभवता उसे अटैक आया है, जिससे कि उसकी मौत हुई है.