बैतूल। जिले के आमला क्षेत्र में बीते दिनों भारी बारिश और पीला मोजेक जैसी खतरनाक बीमारी से किसानों की खरीफ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी. जिसके बाद से किसान लगातार शासन से सर्वे की मांग कर रहा है. बावजूद इसके अभी तक शासन-प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है और ना ही आला अधिकारी सर्वे कर रहे हैं.
किसानों ने कई बार मौखिक तौर पर अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत भी कराया है, लेकिन आज तक प्रशासनिक अधिकारियों की सर्वे के लिए टीम का गठन नहीं हुआ और ना ही उन्हें फसल बीमा की राशि का भुगतान किया गया.
जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि मनोज मालवे, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सेक्टर अध्यक्ष छविराम यादव, जिला उपाध्यक्ष छन्नू बेले के नेतृत्व में ब्लॉक के बोदुड, कलमेश्वर, गार्गोटी, कछार, भुमकाढाना, रामनगर, लिखडी, खाड़ी ढाना, मंगरा, सहित टप्पा तहसील बोरदेही क्षेत्र के लगभग 100 से अधिक किसानों ने तहसील कार्यालय में पहुंचकर नायब तहसीलदार सृष्टि डेहरिया को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है.
ज्ञापन के माध्यम से अतिवृष्टि से नष्ट हुई फसलों के मुआवजे की मांग की गई है, साथ ही किसानों ने 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर देने की मांग की है. इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश प्रतिनिधि मनोज मालवे ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी और शिवराज सिंह चौहान विपक्ष में थे तब किसानों की फसलें बर्बाद होने को लेकर वह कमलनाथ सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे थे. तब कमलनाथ सरकार से खराब फसलों का सर्वे कराकर चालीस हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा राशि देने की मांग कमलनाथ सरकार से की थी.
वहीं अब जब शिवराज सिंह चौहान खुद मुख्यमंत्री हैं तो वह किसानों को चालीस हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खराब हुई फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा राशि दें. इस मौके पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष लोकेश सोनी, सेवा दल ब्लॉक अध्यक्ष शेख आबिद, राजेश सूरे, एनएसयूआई ब्लॉक अध्यक्ष मनीष नागले सहित कई लोग उपस्थित थे.