बैतूल । चाइल्ड लाइन और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने शनिवार को जिला कलेक्टर को आवेदन देकर पीड़ित बालिका का उपचार सर्व सुविधायुक्त अस्पताल में शासकीय खर्च पर किए जाने का निवेदन किया है. इस दौरान कलेक्टर ने आश्वासन देते हुए कहा कि बालिका के इलाज और देखरेख की जानकारी पल पल ली जा रही है. वहीं चाइल्ड लाइन डायरेक्टर रेखा गुजरे ने आमला विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे से फोन पर चर्चा की और बालिका का उपचार हैदराबाद या अन्य सर्वसुविधा युक्त अस्पताल में किए जाने की मांग की. वहीं विधायक ने कहा कि हम डॉक्टरों के लगातार संपर्क में हैं और उनसे परामर्श लिया जा रहा है.
पीड़िता के परिजनों से की मुलाकात
चाइल्ड लाइन बैतूल की डायरेक्टर रेखा गुजरे और अन्य सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. उपमा दीवान, अजास महिला संगठन की महिला शाखा प्रभारी चन्द्रप्रभा चौकीकर, जन साहस से उषा डहारे और अल्का भार्गव ने नाबालिग के परिवार से मुलाकात कर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी.
इस दौरान पीड़िता के पिता जो पीड़िता के साथ नागपुर मेडिकल कॉलेज में हैं उनसे स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर चर्चा की गई. पिता ने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार बालिका की स्थिति 90 प्रतिशत गंभीर है, क्योंकि बालिका के शरीर के ऊपर पत्थरों की बहुत चोटें हैं. शरीर पर सूजन है और बीपी लो हो रहा है.
18 जनवरी को मासूम से हुआ था रेप
गौरतलब है कि बैतूल जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील में 18 जनवरी को एक मासूम के साथ पहले रेप किया गया. फिर मानवीयता की सीमाओं को लांघते हुए उसे नाले के पास जिंदा दफना दिया गया. इतने में भी जब दरिंदे का मन नहीं भरा तो मासूम को दफनाने के बाद उसने पीड़िता के ऊपर पत्थर और कांटे रख दिए. 13 साल की मासूम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे नागपुर रेफर किया गया, जहां मासूम पीड़िता का इलाज नागपुर मेडिकल कॉलेज के ICU वार्ड में जारी है.