बैतूल। घोड़ाडोंगरी में मौसम साफ होते ही प्रदेश में बिजली की मांग बढ़ने लगी है. बीते 3 दिनों से लगातार 11 हजार मेगावाट के पार डिमांड रह रही है. अच्छी बात यह है कि मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी के चारों थर्मल पावर प्लांट के पास भरपुर कोल स्टॉक है. हालांकि तकनीकी कारणों से प्रदेश की 16 बिजली इकाइयों में से 7 इकाइयां बंद है. वहीं 9 इकाइयों से 2400 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन लिया जा रहा है. शनिवार को प्रदेश में 11,077 मेगा मार्ट बिजली की मांग रही जो इस सीजन में सर्वाधिक है. जेनको के जानकार बताते हैं कि जिस तेजी से पिछले 15 दिनों से बिजली की डिमांड बढ़ रही है. उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल जनवरी फरवरी माह में प्रदेश के इतिहास में रिकॉर्ड बिजली की मांग दर्ज की जा सकती है.
टर्बाइन के पैरामीटर्स आउट
रिजर्व शटडाउन में करीब 9 माह से बंद चल रहे घोड़ाडोंगरी तहसील की सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी की 6 नंबर इकाई प्रदेश में बिजली की मांग बढ़ने पर चालू की गई है. शुक्रवार सुबह 9:30 बजे यूनिट लोड पर आई और शनिवार सुबह 7:15 बजे ट्रिप हो गई. बताया जा रहा है कि 200 मेगावाट की इस इकाई के टर्बाइन के जरूरी पैरामीटर्स आउट हो गए और फ्लेम फेल्यूअर के चलते फर्नेस आयल डार्क हो गया. जिसके चलते यूनिट को बॉक्सअप करके रखा गया है. यूं कहें तो 6 नंबर इकाई चालू होने के बाद 24 घंटे भी पूरी तरह नहीं चल पाई. सुधार कार्य के बाद ही यह इकाई चल सकती है.
7 नंबर इकाई की आईडी फैन ट्रिप
घोड़ाडोंगरी तहसील के सतपुड़ा पावर प्लांट सारनी की 210 मेगावाट क्षमता की सात नंबर इकाई भी दो दिन पहले लोड पर आई है. यह इकाई भी लंबे समय से रिजर्व शटडाउन में थी. प्रदेश में बिजली की मांग बढ़ने पर सतपुड़ा प्रबंधन द्वारा सात नंबर इकाई को भी चालू किया है. इस इकाई में अर्थ फाल्ट के चलते आईडी फैन ट्रिप हो गई. इसी वजह से इकाई को महज 90 से 95 मेगावाट के लोड चलाया जा रहा है. वहीं इकाई से क्षमता अनुरूप बिजली उत्पादन किया जा सके. इसलिए आईडी फैन की मोटर बदली जा रही है. फिलहाल घोड़ाडोंगरी तहसील की सतपुड़ा पावर प्लांट सारनी की 7, 10 और 11 नंबर इकाई से बिजली उत्पादन हो रहा है, जबकि 6, 8 और 9 नंबर इकाई तकनीकी कारणों से बंद है.
मध्य प्रदेश में कहां रही कितनी मांग
पूर्वी क्षेत्र - 2800 मेगावाट
मध्य क्षेत्र - 3500 मेगावाट
पश्चिम क्षेत्र- 4300 मेगावाट
रेलवे - 182 मेगावाट