बैतूल। मुलताई तहसील के कुटखेड़ी और पौनी गांव के ग्रामीण एक तीर्थ स्थल को लेकर आमने-सामने आ गए हैं. दोनों गांव के लोगों के बीच दुश्मनी इतनी बढ़ गई है कि पौनी गांव ने कुटखेड़ी के लोगों को अपने यहां से जरूरत की सभी चीजें देना बंद कर दिया है. कुटखेड़ी के ग्रामीणों ने पौनी गांव पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पारसडोह डैम में डूब चुके ताप्ती त्रिवेणी संगम श्रावण तीर्थ की पुनर्स्थापना कुटखेड़ी में ही होनी चाहिए और हर साल आयोजित होने वाला मेला भी कुटखेड़ी में ही भरना चाहिए.
कुटखेड़ी गांव में रहने वाले ग्रामीण ने कहा कि पौनी गांव से विवाद के बाद उन्होंने हमारे लिए खाने-पीने और जरूरत की सारी चीजों के लिए रास्ते बंद कर दिए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पौनी गांव में आटा तक पिसवाने के लिए नहीं दिया जा रहा. दुकानदारों का कहना है कि अगर उन्होंने ऐसा किया, तो उन्हें 5 हजार रुपए जुर्माना भरना पड़ेगा.
इधर पौनी गांव के लोगों ने कहा कि हमने कुटखेड़ी पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है. हम तो सिर्फ कुटखेड़ी गांव के लोगों के साथ तीर्थ स्थान के मुद्दे पर बातचीत कर उसका समाधान निकालना चाहते हैं.