बैतूल। आमला ब्लाक की एक ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की पोल इलाके में हुई बारिश के कारण खुल गई है, मामला बाबरबोह गांव का है, जहां पहली बारिश में रपटा बह गया. ग्रामीणों का आरोपी है कि नियम कायदों को ताक पर रखकर रोजगार सहायक और सचिव ने मनमानी कर घटिया निर्माण करवाए जो कि पहली ही बारिश में जर्जर हो गए.
जानकारी के मुताबिक जनपद की बाबरबोह ग्राम पंचायत में पिछले कुछ महीनों पहले बनाए गए रपटे के घटिया निर्माण के आरोप ग्रामीणों ने लगाए हैं. बाबरबोह पंचायत के ग्रामीण चंद्रभान डोंगरे, देवधर पोटफोड़े, दुर्गेश धारपुरे सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया, नागदेव मंदिर की ओर श्मशान की तरफ रपटा मार्च माह में बनाया गया था, जो कि पहली ही बारिश में ही बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरपंच अन्यत्र शहर में रहते हैं पंचायत रोजगार सहायक सुनील पाटनकर और सचिव सुमेर राजपूत के भरोसे ही चल रही है. यह दोनों निर्माण कार्यों में तकनीकी मापदंडों को दरकिनार कर अपनी मनमानी कर घटिया मटेरियल से निर्माण करवाते हैं, जिससे पंचायत के गांवों में हुए अधिकतर कार्य खस्ताहाल हो चुके हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि श्मशान के पास नदी पर बने रपटे में घटिया मटेरियल का उपयोग किया गया है. वहीं रपटे का कार्य भी पूर्ण नहीं किया गया था. रपटे के दोनों ओर एप्रोच में मुरम की जगह मिट्टी का भराव भर दिया गया जो बारिश के साथ बह निकला. अब ग्रामीणों को आवाजाही में परेशान हो रही है और बड़ी दुर्घटनाव का डर भी बन गया है. ग्रामीणों ने पंचायत में निर्माण कार्यों की जांच की मांग जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से की है.