बैतूल। दुनिया के पहले 'सोलर विलेज' के नाम से प्रसिद्ध बैतूल का बाचा गांव फिर सुर्खियों में है, इस बार वहां के लोग कोरोना के खिलाफ जिस तरह से जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं, उसकी तारीफ करने से खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खुद को नहीं रोक पाये, उन्होंने ट्विटर पर लिखा- बैतूल के ग्राम बाचा के ग्रामीणों ने स्वत: स्फूर्त भावना से जनता कर्फ्यू लगाकर जागरुकता की मिसाल पेश की है. कोरोना महामारी के विरुद्ध यही भावना मध्यप्रदेश को विजयी बनायेगी.
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बैतूल के ग्राम बाचा के ग्रामीणों ने स्वत:स्फूर्त भावना से #MPJantaCurfew लगाकर जागरुकता की मिसाल पेश की है। #COVID19 के विरुद्ध यही भावना मध्यप्रदेश को विजयी बनायेगी। #MPFightsCorona pic.twitter.com/g1gcI3gNFW
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 22, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 22, 2021बैतूल के ग्राम बाचा के ग्रामीणों ने स्वत:स्फूर्त भावना से #MPJantaCurfew लगाकर जागरुकता की मिसाल पेश की है। #COVID19 के विरुद्ध यही भावना मध्यप्रदेश को विजयी बनायेगी। #MPFightsCorona pic.twitter.com/g1gcI3gNFW
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 22, 2021
स्वेच्छा से लगाया जनता कर्फ्यू
बढ़ते कोरोना के खतरे को देख ग्रामीणों ने ये रणनीति बनाई है. महामारी को हराने का पूरा जिम्मा इस बार गांव के युवाओं ने उठाया है. ये युवा दिन-रात गांव के प्रवेश द्वार पर बने नाके पर डटे रहते हैं और पहरा देते हैं. इस दौरान गांव के अंदर बाहर आने-जाने वालों पर नजर रखी जाती है. गांव में स्वेच्छा से लगाए गए जनता कर्फ्यू में किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर आने की अनुमति नहीं है. हाइवे से लगे होने के कारण बाचा गांव से तीन और गांवों में जाने का रास्ता है. जिसकी वजह से वहां संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है.