बैतूल। जिले में पदस्थ दो ट्रेनी डीएसपी सहित दो पुलिसकर्मी ट्रेनिंग लेने छिंदवाड़ा गए हुए थे. लेकिन जब वापस लौटे तो जिले के थाना क्षेत्रों में स्थाई वारंटी के रूप में घोषित चार आरोपियों को पकड़कर साथ ले आए. इस आरोपी को कड़ी मशक्कत कर बैतूल पुलिस ने नाले व खेत में दौड़कर पकड़ा है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद के आदेश के मुताबिक चारों पुलिसकर्मी 2 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए 8वीं बटालियन छिंदवाड़ा गए हुए थे, जिनमें प्रशिक्षु डीएसपी देवनारायण यादव, डीएसपी संतोष पटेल और पीएसआई रवि ठाकुर और गमर सिंह मंडलोई शामिल थे. इसी दौरान इन्हें बैतूल से एएसपी श्रद्धा जोशी द्वारा मौखिक आदेश दिए गए कि छिंदवाड़ा जिले में कुछ फरार आरोपी मौजूद होने की जानकारी मिली है. आदेश मिलते ही चारों पुलिसकर्मियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से 20 साल पुराने स्थायी वारंटी तरुण डेहरिया को कुकड़ा जंगल छिंदवाड़ा से पकड़ा गया. जिसने 2000 में सारनी थाना अंतर्गत नकबजनी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था.
स्थायी वारंटी दिनेश उर्फ दीनू जिसने 2003 में बैतूल में ही अपराध किया था और इस आरोपी के खिलाफ थाना चांदामेटा जिला छिंदवाड़ा में 13 अपराध दर्ज हैं. बताया जा रहा है कि इस अपराधी को चांदामेटा पुलिस ने छोटा विकास दुबे का नाम दिया है. इसके अलावा गजेंद्र सिंह और महेश को भी गिरफ्तार कर बैतूल लाया गया. चारों वारंटियों की गिरफ्तारी में छिंदवाड़ा पुलिस के आरक्षक जीवन रघुवंशी, आरक्षक प्रवीण विश्वकर्मा और चौकी बड़कुही का विशेष सहयोग मिला.