बैतूल। जिले की घोड़ाडोंगरी विधानसभा इलाके के मोरन नदी पर पुल नहीं होने के कारण स्कूली बच्चों और गांववासी अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं. अब इसी से जुडा़ एक वीडियो वायरल हो रहा है. नदी में गले भर तक पानी और बाढ़ के बीच स्कूली बच्चे नदी पार कर रहे हैं.
गांव के लोगों का कहना है- गांव पंचायत टांगनामाल से करीब आधा सैकड़ा बच्चे बीजादेही हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ते हैं. उन्हें स्कूल जाने और फिर वापस आने के लिए मोरन नदी पार करना होता है. इससे बारिश के मौसम में तो रोजाना जान जोखिम में डाल कर नदी पार कर आना जाना करते हैं.
स्कूल लगते और छुट्टी के समय कई बार बारिश हो जाती है. ऐसे में नदी में बाढ़ आ जाती है. वैसे भी नदी में लगभग गले तक पानी रहता ही है. इस स्थिति में भी छोटे-छोटे बच्चों को जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ता है. इन खतरनाक परिस्थितियों में भी यहां ना पंचायत की ओर से कोई रहता है, न ही प्रशासन या स्कूल प्रबंधन की ओर से ही कोई मौजूद रहता है.
12 KM की दूरी तय करना पड़ती है: टांगनामाल से बीजादेही की दूरी दो किलोमीटर है. सड़क से घूमकर आने में यह दूरी 12 किलोमीटर पड़ती है. यही कारण है कि बच्चे रोज यह खतरा उठाने को मजबूर होते हैं. यह बच्चों के लिए कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है.
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मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी नहीं बना पुल : टांगनामाल गांव में मोरन नदी पर पुल बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूर्व में कर चुके हैं.घोषणा के बाद भी अब तक पुल निर्माण शुरू नहीं हो सका है. ग्रामीणो की मानें, यहां पर पुल बनाने की बीते कई सालों से वे मांग कर रहे हैं. क्षेत्र के विधायक से लेकर सांसद तक को वे अपनी समस्या बता चुके हैं.
अधिकारियों के समक्ष भी गुहार लगा चुके हैं. कोई असर नहीं हुआ. यही नहीं बीजादेही में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आए थे. उन्होंने तो यहां पुल बनाने की घोषणा भी कर दी थी. इसके बावजूद उनकी घोषणा पर भी अमल नहीं हो पाया, जबकि इस घोषणा को भी लंबा समय हो चुका है.