बैतूल। अमृत भारत स्टेशन योजना से जिले के चार रेलवे स्टेशनों की सूरत बदलेंगी. जिले के बैतूल, आमला, घोड़ाडोंगरी और मुलताई रेलवे स्टेशन पर 93 करोड़ रुपये से विकास कार्य किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वर्चुअल शिलान्यास किया. जिले के बैतूल, आमला, घोड़ाडोंगरी और मुलताई स्टेशन पर अमृत भारत स्टेशन योजना का कार्यक्रम आयोजित किया गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी.
योजना से ये बढ़ेंगी सुविधाएंः सर्कुलेशन एरिया रोड, ड्रेनेज वर्क, पार्किंग एरिया, पाथवे, लैंड स्केपिंग और हार्टिकल्चर, गार्डन डेकोर, स्कल्पचर, यार्ड में बाउंड्री वॉल, एंट्रेंस पोर्च और गेट, एलिवेशन, टॉयलेट और वेटिंग हाल सुविधा में बढ़ोतरी, नया बुकिंग ऑफिस, 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज, अच्छी गुणवत्ता का फर्नीचर, प्लेटफार्म पर छत, यात्रियों को टेलीकॉम सुविधाएं मिलेगी.
घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन पर होंगे ये कार्य
- 12 मीटर चौडे 'फूट ओवर ब्रिज' सहित लिफ्ट का प्रावधान है, जिसकी लागत 8.76 करोड़ रुपये की है.
- वर्तमान फूट ओवर ब्रिज में 3 नये लिफ्ट लगाना जिसकी लागत 1.78 करोड़ रुपये है.
- 960 स्क्वायर मीटर के 'कवर ओवर प्लेटफार्म' का प्रावधान है, जिसकी लागत करीब 1.51 करोड़ रुपये है.
- सड़कों को चौड़ा करने, अवांछित संरचनाओं (अनवांटेड स्ट्रक्चर) को हटाने, उचित रूप से डिजाइन किए गए समर्पित पैदल मार्ग, सुनियोजित पार्किंग क्षेत्र और सर्कुलेटिंग एरिया, सुनिश्चित करना आदि जिसकी लागत 1.55 करोड़ रुपये है.
- इलेक्ट्रॉनिक कोच इंडिकेशन बोर्ड, वीडियो डिस्प्ले बोर्ड, एक नजर में डिस्प्ले बोर्ड, उद्घोषणा प्रणाली आदि की लागत 1.38 करोड़ रुपये है.
- मौजूदा शौचालय एवं वेटिंग हॉल के सुधार का प्रावधान है, जिसकी लागत 1.03 करोड़ रुपये है.
- विस्तृत, अच्छी तरह से प्रकाशित सौंदर्यपूर्ण रूप से आकर्षक प्रवेश द्वार एवं बरामदे का प्रावधान किया गया है, जिसकी लागत 30 लाख रुपये है.
- स्टेशन पर जल निकासी एवं बाउंड्री वाल का प्रावधान जिसकी लागत 38 लाख रुपये है.
- स्टेशन उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुखद अनुभव प्रदान करने के लिए स्थानीय कला और संस्कृति के तत्वों से युक्त भूनिर्माण (लैंडस्केपिंग) एवं गार्डन का निर्माण, जिसकी लागत 27 लाख रुपये है.
- प्रतीक्षालय, विश्राम कक्ष, कार्यालयों आदि में उपयुक्त और अधिक आरामदायक और टिकाऊ फर्नीचर उपलब्ध करने के लिए लागत 15 लाख रुपये है.
- रास्तों को सहजता से खोजने के लिए अच्छी तरह से डिज़ाइन किये गए उचित दृश्यता और सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन संकेतों के लिए 12 लाख रुपये की लागत है.
- रेलवे स्टेशन एवं परिसर में लाइटिंग सहित अन्य कार्य के लिए एक करोड़ 65 लाख रुपये स्वीकृत किये गए हैं.
नेपानगर रेलवे स्टेशन का होगा कायाकल्पः नेपानगर में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण बनाया जाएगा. इसमें बुरहानपुर जिले के नेपानगर रेलवे स्टेशन को भी शामिल किया गया है. रविवार को नेपानगर रेलवे स्टेशन के कायाकल्प कार्य का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगल क्लिक से वर्चुअली शुभारंभ किया. इस भूमि पूजन कार्यक्रम में खंडवा लोकसभा के क्षेत्रीय सांसद ज्ञानेश्वर पाटील, विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर, मंडी बोर्ड उपाध्यक्ष मंजू दादू और रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी सहित नेपानगर की आमजनता मौजूद रही.
21 करोड़ रुपये की लागत से होगा कायाकल्पः इस रेलवे स्टेशन को 21 करोड़ रुपए की लागत से बनाकर एक साल में तैयार किया जाएगा. योजना के तहत रेलवे स्टेशन में महानगरों की तर्ज पर यात्रियों को सर्व सुविधा युक्त मिलेंगी. बता दें कि नेपानगर की साल 1956 में नेपानगर में एशिया की नंबर वन कागज का कारखाना की स्थापना की गई थी. नेपा मिल के अधिकारियों और कर्मचारियों की आवाजाही और मिल में आयात और निर्यात के लिए नेपानगर रेलवे स्टेशन को स्थापित किया गया था, अब इस स्टेशन का आधुनिक तरीके से कायाकल्प होकर वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा.
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व्यापार और रोजगार को मिलेगा बढ़ावाः नवीन रेलवे स्टेशन बन जाने से नेपानगर शहर में व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा. नेपानगर शहर से 14 किलोमीटर दूर असीरगढ़ गांव में ऐतिहासिक अजय किला भी मौजूद हैं. इस वजह से देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी सुविधा मिलेगी. इसी के साथ नेपानगर शहर हरे भरे पेड़ों से भी भरा हुआ है. यहां के प्रत्येक व्यक्ति ने अपने घरों में पेड़ लगा रखे हैं. इस वजह से यहा का वातावरण हमेशा अनुकूल रहता है.