बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल में बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of maharashtra Betul Branch) में 90 लाख रुपये के गबन का मामला उजागर हुआ है. बैंक महाप्रबंधक की रिपोर्ट पर बैतूल गंज पुलिस थाने में शाखा के 5 कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. उन पर अमानत में खयानत की धारा 409 के तहत मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल अभी किसी भी कर्मचारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
90 लाख का नहीं मिला हिसाब: पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र बैंक की शाखा में पिछले कई माह से 90 लाख रूपये की राशि का हिसाब नहीं मिल रहा था. जिसको लेकर बैंक मैनेजर अमित कुमार मेहता ने बैंक के रीजनल अधिकारियों को सूचना दी. इसके बाद बैंक में लगे एटीएम की 21 मई तक के फूटेज की जांच की गई. सीसीटीवी फूटेज में सारी वस्तु स्थिति देखी गई. तब गबन का खुलासा हुआ.
पांच कर्मचारियों ने किया पैसों का हेरफेर: बैंक मैनेजर अमित मेहता ने पुलिस को बताया कि टोटल 75 लाख रुपये की राशि कम पाई गई. शाखा की ओर से आंचलिक मुख्य प्रबंधक को सूचना देकर अवगत कराया था कि शाखा में 90 लाख रूपये की राशि कम पाई गई है. फूटेज के आधार पर बैंक के पूर्व बेस्ट प्रभारी जाफर अहमद, वर्तमान बेस्ट प्रभारी निलेश के मल्लिक, सहायक अधिकारी श्रीमती रितू बोहरिया, क्लर्क श्रीकांत यादव एवं दफ्तरी सुनील कुमरे द्वारा संयुक्त रूप से पैसों का हेरफेर करना पाया गया.
लंबे समय से चल रहा हेरफेर: जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र बैंक में रुपये की हेराफेरी का खेल लंबे समय से चल रहा था. मैनेजर द्वारा दी गई सूचना पर यकीन करें तो आंचलिक कार्यालय द्वारा की गई जांच में बिन नंबर 33 में 25 लाख रुपये कम पाए गए. बैंक मैनेजर के मुताबिक करेंसी चेस्ट में पदस्थ कर्मचारियों की जिम्मेदारी लेनदेन की रहती है. इनके द्वारा बिन नंबर 33, 45 एवं 46 में भरे गए नोट कम पाए गए. गंज थाना प्रभारी अनुराग प्रकाश ने बताया कि बैंक मैनेजर की शिकायत पर 5 कर्मचारियों के विरूद्ध 409 का मामला दर्ज किया है. मामले में जांच की जा रही है. (Embezzlement of 90 lakh rupees in Betul) (FIR on five bank employees in Betul)