बैतूल । कमलनाथ सरकार पर छाए सियासी संकट के बादल को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने इसे अपनी बद्दुआओं का असर बताया है. उनका कहना है कि पूर्व की शिवराज सरकार द्वारा भी उनसे कई तरह के वादे किए गए थे, जो पूरे नहीं किए गए. इसलिए उनकी बद्दुआ के चलते शिवराज सरकार को पिछले विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी थी.
उन्होंने कहा कि मौजूदा कमलनाथ सरकार भी उनकी मांगों पर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रही है. इस कारण यह सरकार भी बेहद परेशानी के दौर से गुजर रही है और जल्द ही ये भी जाएगी. दरअसल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के पास आज धरना दे रही थी.
इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि जिस तरह की सियासी उठापटक कमलनाथ सरकार के साथ चल रही है, वो उनकी मांगों को नजरअंदाज करने के बाद निकली बद्दुआओं का ही असर है. यदि कमलनाथ सरकार द्वारा उनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार नहीं किया गया तो भी उनका भी वही हाल होगा जो पूर्व में शिवराज सरकार का हुआ था.