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भगोरिया पर्व के अंतिम दिन उमड़ा जनसैलाब, खूब उमड़ी लोगों की भीड़

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Published : Mar 9, 2020, 9:04 PM IST

Updated : Mar 9, 2020, 9:46 PM IST

आदिवासी लोक पर्व भगोरिया को लेकर लोगों में खूब उत्साह देखा गया. वही मेले के अंतिम दिन लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.

Tribal folk festival Bhagoria fair ends in dewas or barwani
भगोरिया हॉट के अंतिम दिन उमड़ा जनसैलाब

बड़वानी/देवास। आदिवासी लोक संस्कृति एवं सभ्यता का प्रतीक साथ ही देश विदेश में प्रसिद्ध भगोरिया हॉट में खूब भीड़ उमड़ी. जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर जुनाझिरा पंचायत में लोक पर्व मनाने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. साथ ही 40 से अधिक ढोल मांदल भी पहुंचे. भगोरिया हॉट में खाने पीने की वस्तुओं के अलावा झूले भी लगे हैं. साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजी युवतियां भी पहुंची थी. भगोरिया हॉट में क्षेत्रीय विधायक प्रेमसिंह पटेल ने शामिल होकर मांदल बजाए. वही लोक नृत्य पर भी झूमे.

भगोरिया हॉट के अंतिम दिन उमड़ा जनसैलाब

देवास में भी दिखी भगोरिया की खुमारी

देवास में 50-60 किलो वजन के कई ढोल लेकर आदिवासी समाज के लोग अलग-अलग टोली में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ढोल-मांदल की थाप पर जमकर डांस किया और एक-दूसरे को रंग गुलाल लगाकर भगोरिया की बधाई दी. वहीं हाथ में तीर-कमान लेकर नाचते हुए आदिवासियों ने सभी लोगों का मन मोह लिया. इस दौरान पूर्व विधायक कैलाश कुंडल सहित कई आदरणियों ने आदिवासियों को साफा बांधकर सम्मानित किया और उनका उत्साह बढ़ाया.

तेलम सिंह मोरे ने बताया कि भगोरिया पर्व में युवक-युवती एक दूसरे को पसंदकर भागकर शादी करने की बात कोरी अपवाह है. हमारे पूर्वज होली पूजन की सामग्री खरीदने के लिए बाजार में आया करते थे, जहां सभी रिश्तेदारों से मुलाकात भी होती थी. उसी परंपरा को बढ़ाते हुए आज भी भगोरिया पर्व मनाया जा रहा है.

बड़वानी/देवास। आदिवासी लोक संस्कृति एवं सभ्यता का प्रतीक साथ ही देश विदेश में प्रसिद्ध भगोरिया हॉट में खूब भीड़ उमड़ी. जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर जुनाझिरा पंचायत में लोक पर्व मनाने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. साथ ही 40 से अधिक ढोल मांदल भी पहुंचे. भगोरिया हॉट में खाने पीने की वस्तुओं के अलावा झूले भी लगे हैं. साथ ही पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजी युवतियां भी पहुंची थी. भगोरिया हॉट में क्षेत्रीय विधायक प्रेमसिंह पटेल ने शामिल होकर मांदल बजाए. वही लोक नृत्य पर भी झूमे.

भगोरिया हॉट के अंतिम दिन उमड़ा जनसैलाब

देवास में भी दिखी भगोरिया की खुमारी

देवास में 50-60 किलो वजन के कई ढोल लेकर आदिवासी समाज के लोग अलग-अलग टोली में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ढोल-मांदल की थाप पर जमकर डांस किया और एक-दूसरे को रंग गुलाल लगाकर भगोरिया की बधाई दी. वहीं हाथ में तीर-कमान लेकर नाचते हुए आदिवासियों ने सभी लोगों का मन मोह लिया. इस दौरान पूर्व विधायक कैलाश कुंडल सहित कई आदरणियों ने आदिवासियों को साफा बांधकर सम्मानित किया और उनका उत्साह बढ़ाया.

तेलम सिंह मोरे ने बताया कि भगोरिया पर्व में युवक-युवती एक दूसरे को पसंदकर भागकर शादी करने की बात कोरी अपवाह है. हमारे पूर्वज होली पूजन की सामग्री खरीदने के लिए बाजार में आया करते थे, जहां सभी रिश्तेदारों से मुलाकात भी होती थी. उसी परंपरा को बढ़ाते हुए आज भी भगोरिया पर्व मनाया जा रहा है.

Last Updated : Mar 9, 2020, 9:46 PM IST
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