बड़वानी। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित लोकसभा सीट खरगोन-बड़वानी जब से अस्तित्व में आई है, तब से उस पर बीजेपी का कब्जा है. इस सिलसिले को बरकरार रखने और जीत की हैट्रिक लगाने के लिए बीजेपी ने अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र पटेल पर दांव खेला है.
चुनाव में जीत के लिये घर पर भगवान की कथा करते नजर आए गजेंद्र पटेल ने खास बातचीत में कई सवालों के जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने जीत की रणनीति, प्राथमिकताएं, असंतुष्टों को मनाने पर भी अपनी बात रखी. गजेंद्र पटेल विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार के मुकाबले लोकसभा क्षेत्र में ज्यादा जाना-पहचाना चेहरा हैं.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि वह जीत को लेकर आश्वस्त हैं. उनका मानना है कि मोदी सरकार की योजनाएं गांव-गांव तक पहुंची हैं, जिसका फायदा उन्हें मिलेगा. टिकट के दावेदारों को टिकट नहीं मिलने पर असंतुष्टों को मनाने की बात भी उन्होंने कही है. साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा में टिकट मिलने के बाद कोई असंतुष्ट नहीं है, सभी कार्यकर्ता पार्टी के काम में जुट गए हैं.
गजेंद्र पटेल ने माना कि क्षेत्र में रोजगार और पलायन एक बड़ी समस्या है. उनका कहना है कि मेडिकल कॉलेज और कृषि महाविद्यालय खुलवाने तथा रेलवे लाइन से क्षेत्र को जोड़ने पर जोर रहेगा. इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन को जीतने के बाद जल्द शुरू कराने की बात गजेंद्र पटेल कर रहे हैं. कांग्रेस उम्मीदवार का क्षेत्र में कोई जनाधार नहीं होने पर आसानी से चुनाव जीतने की बात पर पटेल ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता काम कर रहे है, जिनके सहारे वह जीतेंगे.
परिसीमन के बाद खरगोन-बड़वानी लोकसभा पर यह तीसरा चुनाव है. इससे पहले लगातार दो बार भाजपा ने यहां से जीत का परचम लहराया है और तीसरी बार भी जीत का दावा कर हैट्रिक लगाने बात उम्मीदवार कर रहे हैं. मोदी सरकार की योजनाओं, संगठन और कार्यकर्ताओं के दम पर एक बार फिर जीत के लिए इस बार अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र पटेल मैदान में है.