बड़वानी । शहर में आदिवासी एकता परिषद की महिला इकाई ने अनुसूचित जनजाति थाने पहुंचकर सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने वाले विनोद शर्मा और एस के तिवारी के खिलाफ अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग की.
आदिवासी एकता परिषद की महिला प्रकोष्ठ की महिलाओं ने राजस्थान के परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालने और सूरत में डिग्री कॉलेज के शिक्षक द्वारा उस पोस्ट पर टिप्पणी करने पर विरोध दर्ज कराया.
परिषद की सदस्य दीक्षा जाधव ने कहा कि सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्ट और उस पर की गई टिप्पणी से महिलाएं अपमानित महसूस कर रही हैं. उनकी मानसिकता को ठेस पहुंची है. इसलिए विरोध करते हुए राजस्थान परशुराम सेना के प्रदेश अध्यक्ष और शिक्षक पर अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई होना चाहिए, जिससे भविष्य में अन्य कोई इस तरह के अपमानजनक पोस्ट ना कर सकें.