बड़वानी। जिले में बरसों से फल-फूल रहे अवैध हथियार निर्माण को लेकर सिकलीगरों पर लगातार कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है. एसपी निमिष अग्रवाली की अगुवाई में अवैध हथियार बनाने व बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. वरला थाना अंतर्गत उमर्टी गांव, जो देशभर में अवैध हथियार निर्माण व सप्लाई को लेकर पहचाना जाता है. पुलिस ने इसी गांव में स्थित फैक्ट्री पर दबिश दी और एक सिकलीगर को हिरासत में लिया. साथ ही पुलिस ने अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्री से कई पिस्टल व सैकड़ों कारतूस भी बरामद किए हैं.
एसपी निमिष अग्रवाल ने खुलासा करते हुए बताया कि, उमर्टी गांव में लगातार अवैध हथियार निर्माण बनाने को लेकर सूचनाएं मिल रहीं थीं. योजना बनाकर दबिश दी गई. जिसमें गुरुदयाल सिकलीगर के कब्जे से अवैध पिस्टल बनाने की सामग्री, 3 पिस्टल,6 देशी कट्टे 12 बोर और 256 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. पकड़े गए सिकलीगर ने पूछताछ में बताया कि, उक्त कारतूस वो यूपी से खरीद कर लाया था. अवैध पिस्टल के साथ ग्राहकों को कारतूस भी सप्लाई करता था.
कौन हैं सिकलीगर
सिख समुदाय से आने वाले सिकलीगर हथियार बनाने में माहिर माने जाते हैं. यह उनका खानदानी पेशा है. ये लोग निमाड़ इलाके में बसे हुए हैं. सिकलीगरों का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है. ये लोग दशवें गुरु गोविंद सिंह जी की सेना के लिए हथियारों का निर्माण करते थे, लेकिन समय बीतने के साथ ये लोग बंदूकें और पिस्टल भी बनाने लगे हैं. अवैध हथियार निर्माण पर रोक और सिकलीगरों को मुख्यधारा से जोड़ने के सवाल पर एसपी ने कहा कि, प्रशासन तमाम कोशिशें कर रहा है. जिसके सकारात्म परिणाम भी देखने को मिले हैं. कई सिकलीगर खुद ही इस धंधे से दूर हो गए हैं. लेकिन अभी कुछ में इच्छाशक्ति का अभाव है, जिसके चलते वो अवैध गतिविधियों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं.