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सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों के लिए खुशखबरी, जल्द शुरू होगी पुनर्वास के प्लाटों की रजिस्ट्री

सरदार सरोवर बांध से प्रभावित विस्थापितों को दिए गए प्लाटों की रजिस्ट्री जल्द ही उन्हें मिलनी शुरु हो जाएगी. नर्मदा विकास घाटी मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि विस्थापितों को उनके प्लाटों की रजिस्ट्री दिए जाने के लिए योजना तैयार हो रही है. योजना तैयार होते ही, उन्हें रजिस्ट्री दी जानी शुरु हो जाएगी.

सरदार सरोवर बांध के प्रभावितों को मिलेगा उनकी जमीन का पट्टा
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Published : Jun 13, 2019, 9:25 PM IST

Updated : Jun 13, 2019, 11:59 PM IST

धार। नर्मदा नदी पर बनाए गए सरदार सरोवर बांध से प्रभावित लोगों के लिए के अच्छी खबर सामने आई है. कमलनाथ सरकार नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल का कहना है कि विस्थापितों के लिए दिए गए प्लाटों की रजिस्ट्री की प्रक्रिया जल्द ही शुरु होने वाली है, जिससे इन प्लाटों पर उनके मकान बनाने का रास्ता आसान हो जाएगा. सरदार सरोवर बांध से धार, बड़वानी, खरगोन, और अलिराजपुर जिले के लगभग 193 गांव डूब में आए हैं.

सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों के लिए खुशखबरी

बांध से प्रवावित विस्थापितों के लिए पुनर्वास स्थल पर दिए गए मकान निर्माण की जमीन का मालिकाना हक अब तक नहीं मिला था. जो इन विस्थापितों के लिए सबसे बड़ी समस्या थी. वर्ष 1993 से सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित गांव के लोगों को पुनर्वास स्थल पर भूखंड एवं मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. लेकिन इतने वक्त से यह प्रक्रिया लगातार चल रही है. लेकिन जमीन का पट्टा न मिलने से प्रभावितों को बैंकों से लोन नहीं मिल पा रहा था. जिससे डूब से प्रभावित हुए विस्थापित कई वर्षों से मांग कर रहे थे कि उन्हें दिए गए प्लाटों की जमीन का पट्टा उन्हें दिया जाए.

पूरे मामले में प्रदेश के नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने ईटीवी भारत को बताया कि सरकार ने इंदौर में एन.वी.डी.ए के कार्यों की समीक्षा बैठक बुलाई थी तब डूब प्रभावितों के भूखंड की रजिस्ट्री संबंधित मुद्दा भी सामने आया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में राजस्व कमिश्नर एवं एन.वी.डी.ए कमिश्नर को हर बिंदु पर विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं. जिससे विस्थापितों को उनकी जमीन का पट्टा मिलने का रास्ता आसान हो सके. उन्होंने बताया कि जल्द ही पुनर्वास स्थलों पर भूखंडों की रजिस्ट्री शुरू कर दी जाएगी जिससे डूब प्रभावितों को भूखंड पर मालिकाना हक प्राप्त हो जाएगा और वह बैंकों से लोन लेकर अपने हिसाब से निर्माण कार्य एवं अन्य कार्य कर सकेंगे.

धार। नर्मदा नदी पर बनाए गए सरदार सरोवर बांध से प्रभावित लोगों के लिए के अच्छी खबर सामने आई है. कमलनाथ सरकार नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल का कहना है कि विस्थापितों के लिए दिए गए प्लाटों की रजिस्ट्री की प्रक्रिया जल्द ही शुरु होने वाली है, जिससे इन प्लाटों पर उनके मकान बनाने का रास्ता आसान हो जाएगा. सरदार सरोवर बांध से धार, बड़वानी, खरगोन, और अलिराजपुर जिले के लगभग 193 गांव डूब में आए हैं.

सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावितों के लिए खुशखबरी

बांध से प्रवावित विस्थापितों के लिए पुनर्वास स्थल पर दिए गए मकान निर्माण की जमीन का मालिकाना हक अब तक नहीं मिला था. जो इन विस्थापितों के लिए सबसे बड़ी समस्या थी. वर्ष 1993 से सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित गांव के लोगों को पुनर्वास स्थल पर भूखंड एवं मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. लेकिन इतने वक्त से यह प्रक्रिया लगातार चल रही है. लेकिन जमीन का पट्टा न मिलने से प्रभावितों को बैंकों से लोन नहीं मिल पा रहा था. जिससे डूब से प्रभावित हुए विस्थापित कई वर्षों से मांग कर रहे थे कि उन्हें दिए गए प्लाटों की जमीन का पट्टा उन्हें दिया जाए.

पूरे मामले में प्रदेश के नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने ईटीवी भारत को बताया कि सरकार ने इंदौर में एन.वी.डी.ए के कार्यों की समीक्षा बैठक बुलाई थी तब डूब प्रभावितों के भूखंड की रजिस्ट्री संबंधित मुद्दा भी सामने आया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में राजस्व कमिश्नर एवं एन.वी.डी.ए कमिश्नर को हर बिंदु पर विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए हैं. जिससे विस्थापितों को उनकी जमीन का पट्टा मिलने का रास्ता आसान हो सके. उन्होंने बताया कि जल्द ही पुनर्वास स्थलों पर भूखंडों की रजिस्ट्री शुरू कर दी जाएगी जिससे डूब प्रभावितों को भूखंड पर मालिकाना हक प्राप्त हो जाएगा और वह बैंकों से लोन लेकर अपने हिसाब से निर्माण कार्य एवं अन्य कार्य कर सकेंगे.

Intro:डूब प्रभावितों के लिए खुशखबरी, जल्द शुरू होगी पुनर्वास के प्लाटों की रजिस्ट्री ,ईटीवी भारत के सवाल पर बोले नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल


Body:आपको बता दें कि सरदार सरोवर बांध से मध्यप्रदेश के धार, बड़वानी,खरगोन और अलीराजपुर जिले के करीब 193 गांव डूब प्रभावित है,इन डूबप्रभावित गांव के लोगों को सरकार ने पुनर्वास स्थलों पर आदर्श सुविधा उपलब्ध कराकर विस्थापन की कार्रवाई कर दी है परंतु डूब प्रभावितों के साथ पुनर्वास स्थल पर मूलभूत सुविधाओं की जहां समस्या मौजूद है वहां उनको पुनर्वास स्थल पर दिए गए मकान निर्माण के लिए भूखंड के मालिकाना हक कि भी एक बड़ी समस्या मौजूद है, वर्ष 1993 से सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित गांव के लोगों को पुनर्वास स्थल पर भूखंड एवं मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी जब से लेकर अब तक यह प्रक्रिया चल रही है,पुनर्वास स्थलों पर जो डूब प्रभावितों को भूखंड दिया जा रहा है उसका शासन स्तर पर केवल डूब प्रभावितों को पट्टा ही दिया जा रहा है जिसके चलते डूब प्रभावित उस भूखंड पर बैंकों से भवन निर्माण एवं अन्य व्यवसायिक गतिविधियां संचालित करने के लिए लोन नही मिल पा रहा है, लोन नही मिलने के चलते डूब प्रभावित अपने हिसाब से निर्माण कार्य नहीं कर पा रहे हैं ,अब डूब प्रभावितों की मांग है कि पुनर्वास स्थल पर जो उन्हें प्लाट दिए गए हैं उसका मालिकाना हक उन्हें दिया जाए ,उनके नाम पर उन प्लाटों की रजिस्ट्री की जाए ताकि रजिस्ट्री के बाद भूखंडों पर भूखंड धारक बैंकों से लोन ले सके अपने हिसाब से भवन निर्माण या अन्य व्यवसायिक गतिविधियां संचालित कर सकें ,

डूब प्रभावितों की इस समस्या को ईटीवी भारत में रखा एन.वी.डी.ए मंत्री के सामने क्या कहा एन.वी.डी.ए मंत्री ने

जब ईटीवी भारत ने सरदार सरोवर बांध से डूब प्रभावित लोगों की भूखंड रजिस्ट्री संबंधित समस्या का सवाल मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल के सामने रखा तो मंत्री बघेल ने ईटीवी भारत के सवाल को सही सवाल एवं बेहद जरूरी बताते हुए कहा कि जब हमने इंदौर में एन.वी.डी.ए के कार्यों की समीक्षा बैठक बुलाई थी तब डूब प्रभावितों के भूखंड की रजिस्ट्री संबंधित मुद्दा भी सामने आया था इसी को लेकर मैंने राजस्व कमिश्नर एवं एन.वी.डी.ए कमिश्नर को इस मामले से जुडे हुये हर बिंदु पर विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए है,जैसे ही वह योजना बन कर तैयार हो जाती है तो जल्द ही डूब प्रभावितों को दिए गए पुनर्वास स्थलों पर भूखंडों की रजिस्ट्री शुरू कर दी जाएगी जिससे डूब प्रभावितों को भूखंड पर मालिकाना हक प्राप्त हो जाएगा और वह बैंकों से लोन लेकर अपने हिसाब से निर्माण कार्य एवं अन्य कार्य कर सकेंगे।

यदि प्लाटों की होती है रजिस्ट्री तो डूब प्रभावितों को मिलेगा हक


ईटीवी भारत ने जब सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित गांव के लोगों की भूखंड की रजिस्ट्री संबंधित समस्या को मंत्री सुरेंद्र सिंह हनी बघेल के सामने रखा और बघेल ने उस सवाल के जवाब में कहा कि हम इस संबंध में योजना बना रहे हैं और जल्द ही योजना बंद कर जैसे ही तैयार होगी तो डूब प्रभावितों को प्लाटों की रजिस्ट्री की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी जिसके बाद डूब प्रभावित उस प्लॉट के मालिक होंगे और वह उस पर लोन लेकर अपने हिसाब से भवन निर्माण एवं अन्य गतिविधियां संचालित कर पाएंगे यदि ऐसा होता है तो ईटीवी भारत डूब प्रभावितों की आवाज बंद कर उनको अपने हक दिलाने में अहम भूमिका निभाएगा अब देखने वाली बात यह होगी कि डूब प्रभावितों को कब पुनर्वास स्थल पर सरकार द्वारा दिए गए भूखंडों का मालिकाना हक मिलता है उनको रजिस्ट्री का अधिकार मिलता है।

बाइट-01- गिरिराज राठौड़- सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित

बाइट-02- सोनू- सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित

बाइट-03- सुरेंद्र सिंह हनी बघेल- नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन मंत्री मध्यप्रदेश सरकार


Conclusion:ok
Last Updated : Jun 13, 2019, 11:59 PM IST
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