ETV Bharat / state

महाराष्ट्र की सीमा पर फंसे हजारों मजदूर, घर वापसी की राह नहीं आसान

महाराष्ट्र से लौटे मजदूर कब घर पहुंच पाएंगे कहा नहीं जा सकता है. परदेश से घर वापस की राह आसान नहीं है, क्योंकि महाराष्ट्र से लौट रहे गुजरात और बिहार के मजदूरों को बड़वानी से होकर गुजरना पड़ा रहा है. कड़ी धूप में घर के लिए निकले मजदूरों को खाने-पीने के अलावा और भी ढेर सारी समस्याएं आ रही हैं. पढ़िए पूरी खबर....

barwai
बड़वानी
author img

By

Published : May 14, 2020, 3:56 PM IST

Updated : May 14, 2020, 6:40 PM IST

बड़वानी। कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन के तीसरे चरण में बड़वानी कोरोना मुक्त हो गया है. लेकिन महाराष्ट्र की सीमा से लगी बिजासन चौकी के पास मजदूरों का जमावड़ा प्रशासन की नींद उड़ाए हुए है. यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में महाराष्ट्र से मजदूर लौट रहे हैं. यहां से राजस्थान, गुजरात और बिहार के मजदूरों का आवागमन जारी है.

laborers
मजदूरों के सामने खाने-पीने की दिकक्त

मजदूरों की भारी भीड़ के दौरान प्रशासन कोरोना वायरस को लेकर सावधानी बरत रहा है और मजदूरों को देवास तक छोड़ा जा रहा है. लेकिन मजदूरों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिससे प्रशासनिक व्यवस्था फेल होती नजर आ रही है.

महाराष्ट्र की सीमा पर फंसे हजारों मजदूर

मजदूरों का कहना है कि वे महाराष्ट्र से व्यवस्थित आ गए हैं, लेकिन यहां उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. खाने-पीने की चीजें उपलब्ध नहीं हैं. कड़ी धूप में घंटों वे खड़े हुए हैं. बसों में सवार होने के लिए मजदूर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं. उन्हें सिर्फ बस का इंतजार है बिजासन पर महाराष्ट्र की सीमा से मजदूरों को बसों से छोड़ने के लिए दो जोन बनाए गए हैं. जहां 5 हजार से अधिक मजदूर सुबह भूखे प्यासे फंसे हुए हैं.

laborers
बसों का इंतजार करते मजदूर

हालांकि मंदिर समिति और अन्य सामाजिक संगठन से जुड़े लोग मजदूरों के लिए खाने-पीने पीने की व्यवस्था कर रहे हैं, जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान नजर आ रही है. वहीं अधिकारी प्रशासनिक स्तर से की गई तैयारियों को पुख्ता बता रहे हैं, साथ ही कुछ समस्याएं हैं जिसके चलते प्रशासन को परेशानी उठाना पड़ रही है.

laborers
परदेश से घर वापसी की राह नहीं आसान

ऐेसे हालातों में लॉकडाउन में महाराष्ट्र से आए मजदूरों के लिए घर पहुंचना किसी परीक्षा से कम नहीं है. घंटों इंतजार के बाद उन्हें बस मुहैया तो हो रही है लेकिन कड़ी धूप में परिवार के साथ खड़े रहकर खाने-पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बड़वानी। कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन के तीसरे चरण में बड़वानी कोरोना मुक्त हो गया है. लेकिन महाराष्ट्र की सीमा से लगी बिजासन चौकी के पास मजदूरों का जमावड़ा प्रशासन की नींद उड़ाए हुए है. यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में महाराष्ट्र से मजदूर लौट रहे हैं. यहां से राजस्थान, गुजरात और बिहार के मजदूरों का आवागमन जारी है.

laborers
मजदूरों के सामने खाने-पीने की दिकक्त

मजदूरों की भारी भीड़ के दौरान प्रशासन कोरोना वायरस को लेकर सावधानी बरत रहा है और मजदूरों को देवास तक छोड़ा जा रहा है. लेकिन मजदूरों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिससे प्रशासनिक व्यवस्था फेल होती नजर आ रही है.

महाराष्ट्र की सीमा पर फंसे हजारों मजदूर

मजदूरों का कहना है कि वे महाराष्ट्र से व्यवस्थित आ गए हैं, लेकिन यहां उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. खाने-पीने की चीजें उपलब्ध नहीं हैं. कड़ी धूप में घंटों वे खड़े हुए हैं. बसों में सवार होने के लिए मजदूर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं. उन्हें सिर्फ बस का इंतजार है बिजासन पर महाराष्ट्र की सीमा से मजदूरों को बसों से छोड़ने के लिए दो जोन बनाए गए हैं. जहां 5 हजार से अधिक मजदूर सुबह भूखे प्यासे फंसे हुए हैं.

laborers
बसों का इंतजार करते मजदूर

हालांकि मंदिर समिति और अन्य सामाजिक संगठन से जुड़े लोग मजदूरों के लिए खाने-पीने पीने की व्यवस्था कर रहे हैं, जो कि ऊंट के मुंह में जीरे के समान नजर आ रही है. वहीं अधिकारी प्रशासनिक स्तर से की गई तैयारियों को पुख्ता बता रहे हैं, साथ ही कुछ समस्याएं हैं जिसके चलते प्रशासन को परेशानी उठाना पड़ रही है.

laborers
परदेश से घर वापसी की राह नहीं आसान

ऐेसे हालातों में लॉकडाउन में महाराष्ट्र से आए मजदूरों के लिए घर पहुंचना किसी परीक्षा से कम नहीं है. घंटों इंतजार के बाद उन्हें बस मुहैया तो हो रही है लेकिन कड़ी धूप में परिवार के साथ खड़े रहकर खाने-पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

Last Updated : May 14, 2020, 6:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.