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बड़वानी: कोरोना के साथ ही डेंगू भी हुआ हावी, 70 मरीज मिले - Dengue disease in Barwani

बड़वानी जिले में डेंगू का खतरा धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है, जहां अभी तक कुल 70 मरीज मिले चुके हैं, जिनमें से अस्पताल प्रशासन द्वारा किए गए एलिजा टेस्ट में केवल 6 मरीजों की ही पुष्टि हुई है.

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डेंगू का खतरा
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Published : Oct 31, 2020, 7:34 PM IST

बड़वानी। कोरोना महामारी से लोग अभी तक उभर भी नहीं पाए हैं और अब डेंगू ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. जिले में भी डेंगू के लगातार मरीजों की पुष्टि हो रही है, जहां रैपिड कार्ड कीट जांच के मुताबिक अभी तक कुल 70 डेंगू के मरीज मिले चुके हैं, जिनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है, क्योंकि जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट बंद हो गया है, जिसकी वजह से समस्या हो रही है.

डेंगू का खतरा

जिला अस्पताल में नहीं है यूनिट

जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट नहीं होने से मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए इंदौर रेफर किया जा रहा है, जबकि 5 साल पहले ही मशीनें आ चुकी थी, लेकिन यह यूनिट नहीं बनने से मरीजों की फजीहत हो रही है. अस्पताल प्रबंधन यूनिट के लिए जमीन का चयन ही नहीं कर पा रहा है. वहीं मरीजों को प्लेटलेट्स कम होने पर या तो इंदौर रेफर किया जा रहा है या फिर निजी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है.

पढ़े: बड़वानी: कोरोना के साथ डेंगू ने भी पसारे पैर, 6 मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग को नहीं जानकारी

सप्ताह भर से बंद हैं एलिजा टेस्ट

जिला मलेरिया अधिकारी के अनुसार जिले में डेंगू के 6 मरीज मिले हैं, क्योंकि इन मरीजों की एलिजा टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं दूसरी तरफ रैपिड कार्ड कीट जांच में डेंगू के 70 केस मिले हैं. हालांकि, जिला अस्पताल में पिछले 8 दिनों से टेस्ट किट खत्म होने से जांच बंद है.

पहले एमजीएम कॉलेज में डेंगू की जांच होती थी, लेकिन कॉलेज में अब कोविड-19 के सैंपल की जांच हो रही है. इसके चलते पीसी सेठी अस्पताल में सैंपल भेजे जा रहे हैं. वर्तमान में 15 मरीजों की एलिसा टेस्ट जांच रिपोर्ट आना बाकी है.

डेंगू के बढ़ते प्रभाव के बीच स्वास्थ्य अमला हुआ सक्रिय

6 गांव में डेंगू के मरीजों की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला और मलेरिया विभाग की टीमों ने उक्त गांवों का दौरा किया. सर्वे के दौरान लोगों को डेंगू से बचाव के उपाए बताए गए. स्वास्थ्य विभाग ने घरों में 7 दिनों से अधिक रखें पानी को प्रति सप्ताह साफ करने सहित घरों में अन्य स्थानों पर टूटे-फूटे गमले और पुराने टायर मे पानी जमा नहीं होने देने, रुके पानी की निकासी की व्यवस्था करने, पानी में मिट्टी का तेल डालने की समझाइश दी.

बहरहाल, जिले में कई स्थानों पर एक साथ डेंगू के मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. करीब 70 लोगों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग मात्र 6 लोगों की डेंगू रिपोर्ट आने की बात कह रही है. वहीं 15 लोगों के जांच सैंपल इंदौर शहर भेजे गए हैं.

बड़वानी। कोरोना महामारी से लोग अभी तक उभर भी नहीं पाए हैं और अब डेंगू ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. जिले में भी डेंगू के लगातार मरीजों की पुष्टि हो रही है, जहां रैपिड कार्ड कीट जांच के मुताबिक अभी तक कुल 70 डेंगू के मरीज मिले चुके हैं, जिनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है, क्योंकि जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट बंद हो गया है, जिसकी वजह से समस्या हो रही है.

डेंगू का खतरा

जिला अस्पताल में नहीं है यूनिट

जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट नहीं होने से मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए इंदौर रेफर किया जा रहा है, जबकि 5 साल पहले ही मशीनें आ चुकी थी, लेकिन यह यूनिट नहीं बनने से मरीजों की फजीहत हो रही है. अस्पताल प्रबंधन यूनिट के लिए जमीन का चयन ही नहीं कर पा रहा है. वहीं मरीजों को प्लेटलेट्स कम होने पर या तो इंदौर रेफर किया जा रहा है या फिर निजी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है.

पढ़े: बड़वानी: कोरोना के साथ डेंगू ने भी पसारे पैर, 6 मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग को नहीं जानकारी

सप्ताह भर से बंद हैं एलिजा टेस्ट

जिला मलेरिया अधिकारी के अनुसार जिले में डेंगू के 6 मरीज मिले हैं, क्योंकि इन मरीजों की एलिजा टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं दूसरी तरफ रैपिड कार्ड कीट जांच में डेंगू के 70 केस मिले हैं. हालांकि, जिला अस्पताल में पिछले 8 दिनों से टेस्ट किट खत्म होने से जांच बंद है.

पहले एमजीएम कॉलेज में डेंगू की जांच होती थी, लेकिन कॉलेज में अब कोविड-19 के सैंपल की जांच हो रही है. इसके चलते पीसी सेठी अस्पताल में सैंपल भेजे जा रहे हैं. वर्तमान में 15 मरीजों की एलिसा टेस्ट जांच रिपोर्ट आना बाकी है.

डेंगू के बढ़ते प्रभाव के बीच स्वास्थ्य अमला हुआ सक्रिय

6 गांव में डेंगू के मरीजों की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला और मलेरिया विभाग की टीमों ने उक्त गांवों का दौरा किया. सर्वे के दौरान लोगों को डेंगू से बचाव के उपाए बताए गए. स्वास्थ्य विभाग ने घरों में 7 दिनों से अधिक रखें पानी को प्रति सप्ताह साफ करने सहित घरों में अन्य स्थानों पर टूटे-फूटे गमले और पुराने टायर मे पानी जमा नहीं होने देने, रुके पानी की निकासी की व्यवस्था करने, पानी में मिट्टी का तेल डालने की समझाइश दी.

बहरहाल, जिले में कई स्थानों पर एक साथ डेंगू के मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. करीब 70 लोगों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग मात्र 6 लोगों की डेंगू रिपोर्ट आने की बात कह रही है. वहीं 15 लोगों के जांच सैंपल इंदौर शहर भेजे गए हैं.

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