बड़वानी। चिटफंड कंपनी बीएन गोल्ड रियल स्टेट के डायरेक्टर गुरविंदर संधू को बड़वानी पुलिस को जालंधर से गिरफ्तार किया है. ये चिटफंड कंपनी 2016 में लोगों को करोड़ों का चूना लगाकर भाग गई थी. कोतवाली पुलिस ने इस चिटफंड कंपनी के ऑफिस को सील कर दिया था. आरोपियों की लंबे समय से तलाश की जा रहा रही थी. मामले 9 लोगों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है.
पैसे डबल करने के नाम पर करोड़ों की ठगी
चिडफंड कंपनी ने जिले के लोगों को पांच साल में रुपए डबल करने और जमीन देने के सपने दिखाकर करोड़ों रुपए का चूना लोगों को लगा है. करोड़ों रुपए ऐंठने के बाद कंपनी का ऑफिस भी बंद हो गया और कर्मचारी भी गायब हो गए. कंपनी का नेटर्वक छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत कई राज्यों में फैला हुआ है.
ट्राइबल क्षेत्रों को बनाया निशाना
चिटफंड कंपनी द्वारा बड़वानी में ही करीब 10 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की गई है. कंपनी ने सबसे ज्यादा ट्राइबल क्षेत्रों को निशाना बनाया है. जिनमें मुख्य रूप से धार,अलीराजपुर ,रतलाम, झाबुआ जिले शामिल हैं.
कार्यालय बदलने के नाम पर ऑफिस किया बंद
बता दें साल 2016 में बड़वानी शहर में बीएन गोल्ड कंपनी का ऑफिस कोतवाली थाने के पीछे था.जब लोगों के चेक बाउंस होने लगे और लोग यहां आने लगे तो कार्यालय चलाने वाले जवाब नहीं दे पाते थे. कुछ दिनों तक तो इन्होंने लोगों को जैसे-तैसे समझाया, लेकिन बाद में बात बिगड़ने लगी. इसके बाद कंपनी ने कार्यालय शिफ्ट करने के नाम पर उस ऑफिस को खाली कर दिया और बोरिया बिस्तर समेट लिया.
चैन सिस्टम से बने थे एजेंट
जानकारी के मुताबिक कंपनी चैन सिस्टम से एजेंट तैयार करती थी. एक एजेंट दूसरे लोगों को जोड़ता था और वो नया एजेंट अन्य को. ऐसे करते करते हजारों लोग इसके फेर में आ गए. एजेंटों ने लोगों से निवेश कराया. अच्छी खासी रकम जमा हो जाने के बाद मौका मिलते ही कंपनी भाग गई.
कंपनी की संपत्ति कुर्क
लोगों की शिकायतों के बाद पुलिस एक्टिव हुई. लगातार आरोपियों की तलाश की. अब जाकर सफलता हाथ लगी है. कंपनी की संपत्ति को भी कुर्क किया गया है. जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी गई है.