बड़वानी। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा के सुशासन अभियान के तहत माफियाओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को लेकर माफियाओं में हड़कंप है. वहीं तथाकथित लोग जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए कलेक्टर ने भू माफियाओं को चेतावनी दी है कि प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार के दबाव में आकर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
कलेक्टर ने ईटीवी भारत से बात में साफ किया कि जिला प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थलों व छोटी- मोटी अतिक्रमण की कारवाई नहीं की जा रही है. जबकि कुछ लोग धार्मिक स्थलों को हटाने के नाम पर लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं. सुशासन अभियान के तहत प्रदेश में जिला पांच टॉप जिलों में चौथे नंबर पर है. वहीं अब तक कुल 40 करोड़ रुपए की सरकारी भूमि माफियाओं से मुक्त कराई गई है. कई भू माफिया के ऊपर कारवाई प्रस्तावित है.
जिले में 44 हजार वर्गमीटर शासकीय भूमि जो भूमाफियाओं के चुंगल में थी, जिसकी बाजार में करीब 40 करोड़ कीमत आंकी गई है, उसे मुक्त कराया गया है. कई ऐसे माफिया जो अवैध रूप से कॉलोनी के निर्माण में लगे है, जिन्होंने कृषि भूमि को भूखण्ड के रूप में बेचने व बिना डायवर्सन व प्रशासन से विकास की अनुमति नहीं ली है और ग्रामीण एवं शहरी प्लानिंग की अनुमति के बिना राजस्व की हानि पहुंचाने का काम किया है, ऐसे माफियाओं के खिलाफ चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है.
8 लोगों के खिलाफ हुई कार्रवाई शासकीय अधिकारी भी शामिल
सुशासन अभियान के तहत कुल 8 लोगों के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है. जिसमे भूमाफियाओं के अलावा तत्कालीन एसडीएम ,तहसीलदार और पटवारी भी शामिल हैं. जिनके खिलाफ कोतवाली थाने पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. कलेक्टर ने कहा कि और भी ऐसे भूमाफिया और अधिकारी सामने आ रहे हैं, जिन्होंने शासकीय भूमि अवैध रूप से कब्जा किया है. अवैधानिक रूप से कॉलोनी काटने का कार्य तथा अन्य गतिविधियों में शामिल हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी. जिला प्रशासन की भूमाफियाओं पर लगातार की जा रही कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे.
लोग स्वेच्छा से हटा रहे अतिक्रमण पुलिस बल के बिना
जिले में कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा के सख्त प्रशासनिक तेवर के चलते भूमाफिया चिन्हित होने व नोटिस मिलने के बाद खुद ही उनके द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाकर सरकारी जमीन मुक्त कर रहे हैं. प्रशासन भी बिना दबाव बनाए व पुलिस बल की मदद लिए आसानी से शासकीय जमीन मुक्त करवा रहा है. बड़े -बड़े माफियाओं से जमीने मुक्त कराने के बाद छोटी मोटी कार्रवाई की जाएगी.
रणजीत क्लब को थमाया 75 करोड़ का नोटिस
जिला मुख्यालय पर मुख्य मार्ग पर स्थित करोड़ो की जमीन पर रणजीत क्लब का संचालन किया जा रहा है. इस क्लब को सन 1975-76 में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा लीज पर वर्ष 2001 तक लीज दिया गया था. लेकिन समयावधि के बाद क्लब के संचालनकर्ताओ ने लीज बढ़ाने को लेकर कोई वैध कार्रवाई नहीं की. जिसकी पड़ताल के बाद 1 हेक्टेयर में फैले रणजीत क्लब को लेकर नोटिस दिया गया है.
भूमाफियाओं के लिए सख्त विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए गणितज्ञ
भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त तेवरों के बीच एमएससी एमफिल की डिग्री वाले कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा समय निकाल कर जिले के विद्यार्थियों व शिक्षक को गणित का सबक भी सीखा रहे हैं. कलेक्टर के अनुसार जिला स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा होकर 75 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति वाला है. जो देश के आकांशी जिलों में शुमार है. सैकड़ों छात्रों को गणित विषय के आसान टिप्स बता चुके हैं. वही शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं.
लोग अफवाहों पर ध्यान न दे
कलेक्टर ने ईटीवी भारत के माध्यम से जनता से अपील की है कि माफिया द्वारा लोगों को बरगलाने व हित साधने के प्रयास किए जा रहे है. प्रशासन का किसी तरह के धार्मिक स्थलों व बाजार में किसी भी तरह की छोटी कार्रवाई करने की मंशा नहीं है. सीएम के सुशासन अभियान के तहत लगातार शिविरों के माध्यम से लोक कल्याणकारी काम किए जा रहे हैं. सुदूर अंचलों के हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने के काम भी हो रहे हैं. वहीं लापरवाही पाए जाने पर अधिकारियों पर कार्रवाई भी की जा रही है.
कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा प्रदेश के मुखिया शिवराज के सुशासन अभियान को बखूबी अंजाम दे रहे हैं. जिसके चलते जिले भर में भू माफियाओं के बीच हड़कंप व्याप्त है. कलेक्टर ने अब तक 40 करोड़ से अधिक मूल्य की शासकीय संपत्ति को माफियाओं के हाथों से मुक्त कराया है. वहीं कई भू माफियाओं पर नकेल कसा जाना बाकी है. इस बीच माफियाओं द्वारा जनता के बीच प्रशासन के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप कर बरगलाने का काम किया जा रहा है, जिसको लेकर कलेक्टर ने अपने सख्त तेवर जारी रखते हुए बिना दबाव के आगे भी कार्रवाई करने की बात ईटीवी भारत से कही साथ ही चेतावनी भी दी है कि सभी को चिन्हित कर लिया गया है किसी को भी बख्शा नही जाएगा.