बुरहानपुर। बीते 9 जुलाई को हुए बदनापुर गोलीकांड मामले में आदिवासियों ने वन विभाग के डीएफओ, नेपानगर रेंज के एसडीओ और रेंजर की गिरफ्तार की मांग को लेकर पिछले 3 दिन से नेपानगर थाने का घेराव कर रखा था. वहीं आज 10 दिन में मजिस्ट्रियल जांच और कार्रवाई के आश्वासन के बाद आदिवासियों ने 10 दिन के लिए धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया. वहीं 10 दिन में जांच नहीं होने पर दोबारा धरना प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी दी है.
धरने के तीसरे दिन खरगोन अपर कलेक्टर एमएल कनेल नेपानगर पहुंचे और आदिवासियों का पक्ष सुन जांच के लिए 10 दिन का समय मांगा. इसके साथ ही आदिवासी नेता माधुरी बेन भी मजिस्ट्रियल जांच के लिए धरनास्थल पर पहुंची और आदिवासियों की बैठक ली. प्रशासनिक अधिकारियों की समझाईश के चलते आदिवासियों ने थाने के बाहर धरना प्रदर्शन को 10 दिनों के लिए स्थगित कर दिया है. आदिवासियों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर मजिस्ट्रेट जांच रिपोर्ट उनके पक्ष में नहीं आई तो 10 दिन बाद फिर नेपानगर थाने का घेराव करेंगे.
बता दें बुरहानपुर के नेपानगर के बदनापुर जंगल में कक्ष क्रमांक 246 में अतिक्रमण हटाने गई वन विभाग की टीम और आदिवासियों में हुए विवाद के बीच वन विभाग की टीम द्वारा की गई हवाई फायरिंग में पांच आदिवासी छर्रा लगने से घायल हो गये. इस घटना के बाद से आदिवासियों ने नेपानगर थाने को घेर रखा था. वे वन विभाग के डीएफओ, एसडीओ और रेंजर की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे. घटना के बाद संबंधित अधिकारियों के तबादले कर दिये गए फिर भी आदिवासियों का गुस्सा कम नहीं हुआ था.