बड़वानी। नर्मदा किनारे अंजड क्षेत्र के छोटाबड़दा पुनर्वास स्थल पर रेत का अवैध परिवहन कर खाली प्लाटों पर जमा की हुई रेत को खनिज अधिकारी शांतिलाल और तहसीलदार राजेश कोचले ने संयुक्त करवाई करते हुए पकड़ा है. तहसीलदार के मुताबिक बिना रॉयल्टी के अवैध रूप से स्टाक की गई रेत को जब्त करने कि कार्रवाई लगातार जारी है, फिलहाल दो डंपर और लगभग 15 ट्रॉली रेत को जब्त कर तहसील कार्यालय में रखवाया जा रहा है. जिन प्लाटों से रेत जब्त की गई है, उनके मालिकों ने कोई दस्तावेज नहीं दिखाए हैं.
बता दें, अंजड क्षेत्र में नर्मदा नदी से अवैध रेत खनन और परिवहन जोरों पर है. रेत माफिया धड़ल्ले से नर्मदा नदी से 24 घंटे रेत निकाल रहे हैं. प्रशासन की कार्रवाई के बाद भी रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. दूसरी तरफ रेत माफिया बरसात के मौसम के पहले ही मुनाफा कमाने के लिए अवैध रूप से रेत का भंडारण शुरू कर देते हैं. अंजड क्षेत्र में ये रेत माफिया खाली पड़ी सरकारी जमीन या निजी खाली प्लाट का उपयोग कर लाखों रुपए की कमाई करते हैं. इसके बदले ये सरकार को किसी प्रकार का राजस्व नहीं देते हैं.
बता दें कि, बारिश आते ही नदियों का जल स्तर बढ़ जाता है, जिससे नदी से रेत निकालना मुश्किल हो जाता है. इस दौरान रेत माफिया भंडारण करके रखी हुई रेत को ज्यादा दामों में बेचकर मुनाफा कमाते हैं. बरसात के दिनों में रेत के दामों में बाकी दिनों के अपेक्षा काफी बढ़ोतरी होती है. इसका ही फायदा रेत माफिया जमकर उठाते हैं और उपभोक्ता को रेत ज्यादा दामों पर बेच कर मुनाफा कमाते हैं.