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पेड़ों की रक्षा के लिए महिलाओं ने थामी लाठी, अवैध कटाई करने वालों को लगाती हैं जुर्माना

बालाघाट जिले के वन क्षेत्र बिरसा के कनिया गांव सहित तीन गांवों की महिलाओं ने पेड़ों की अवैध कटाई को रोकने का जिम्मा उठाया है. महिलाएं हाथों में लाठी लेकर जंगलों में घूमती हैं और अगर उनको कोई अवैध कटाई करते हुए दिखता है तो उसपर जुर्माना भी लगाती है.

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पेड़ो को बचाने के लिए महिलाओं ने लिया प्रण
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Published : Dec 2, 2019, 2:55 AM IST

बालाघाट। कान्हा नेशनल पार्क से लगे गांवों की महिलाओं ने वनों की रक्षा और अवैध कटाई को रोकने का बीड़ा उठाया है. बालाघाट जिले के वन क्षेत्र बिरसा के कनिया गांव सहित तीन गांवों की करीब 50 महिलाओं ने हाथों में लाठी थामकर अवैध कटाई के साथ ही अवैध शिकार पर भी अंकुश लगा रही है. ये महिलाएं हाथों में लाठी लेकर जंगलों में घूमती हैं और अगर उनको कोई अवैध कटाई करते हुए दिखता है तो उसे पकड़कर उस पर जुर्माना भी लगाती है.

पेड़ो को बचाने के लिए महिलाओं ने लिया प्रण

वनों को बचाने का लिया है प्रण
महिलाओं ने 11 महीने पहले वनदेवी सुरक्षा समिति नाम से एक समूह बनाया और इस समूह में 50 से ज्यादा महिलाएं हैं. इन महिलाओं ने वनों को बचाने का प्रण लिया है. गौरतलब है कि ये महिलाएं आस-पास के गांव में पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण का संदेश दे रही हैं. इन महिलाओं के सामूहिक प्रयास से अवैध कटाई पर काफी अंकुश लगा है.

5-5 के समूह में लगाती हैं गश्त
वनदेवी सुरक्षा समिति की महिलाएं वन विभाग के सहयोग से आसपास के इलाकों में पेड़ों की अवैध कटाई के साथ ही पेड़ पौधे भी लगाती हैं. महिलाएं हाथों में डंडा लेकर 5-5 के समूह में वन की गस्त लगाती हैं. साथ ही गांव में उन्होंने फरमान जारी किया है कि अगर कोई पेड़ काटते हुए पा गया तो उस पर 500 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा. महिलाओं के प्रयास से अवैध कटाई पर अंकुश लगने के साथ ही जंगल हरे- भरे हो रहे हैं.

बालाघाट। कान्हा नेशनल पार्क से लगे गांवों की महिलाओं ने वनों की रक्षा और अवैध कटाई को रोकने का बीड़ा उठाया है. बालाघाट जिले के वन क्षेत्र बिरसा के कनिया गांव सहित तीन गांवों की करीब 50 महिलाओं ने हाथों में लाठी थामकर अवैध कटाई के साथ ही अवैध शिकार पर भी अंकुश लगा रही है. ये महिलाएं हाथों में लाठी लेकर जंगलों में घूमती हैं और अगर उनको कोई अवैध कटाई करते हुए दिखता है तो उसे पकड़कर उस पर जुर्माना भी लगाती है.

पेड़ो को बचाने के लिए महिलाओं ने लिया प्रण

वनों को बचाने का लिया है प्रण
महिलाओं ने 11 महीने पहले वनदेवी सुरक्षा समिति नाम से एक समूह बनाया और इस समूह में 50 से ज्यादा महिलाएं हैं. इन महिलाओं ने वनों को बचाने का प्रण लिया है. गौरतलब है कि ये महिलाएं आस-पास के गांव में पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण का संदेश दे रही हैं. इन महिलाओं के सामूहिक प्रयास से अवैध कटाई पर काफी अंकुश लगा है.

5-5 के समूह में लगाती हैं गश्त
वनदेवी सुरक्षा समिति की महिलाएं वन विभाग के सहयोग से आसपास के इलाकों में पेड़ों की अवैध कटाई के साथ ही पेड़ पौधे भी लगाती हैं. महिलाएं हाथों में डंडा लेकर 5-5 के समूह में वन की गस्त लगाती हैं. साथ ही गांव में उन्होंने फरमान जारी किया है कि अगर कोई पेड़ काटते हुए पा गया तो उस पर 500 रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा. महिलाओं के प्रयास से अवैध कटाई पर अंकुश लगने के साथ ही जंगल हरे- भरे हो रहे हैं.

Intro:बालाघाट ।कान्हा नेशनल पार्क से सटे ग्रामों की महिलाओं ने वनों की रक्षा करने वाले अवैध कटाई रोकने का बीड़ा उठाया है। बालाघाट जिले के वन क्षेत्र बिरसा के कनिया गांव सहित तीन ग्रामों की आधा सैकड़ा महिलाओं ने हाथों में लाठी थामकर वनों की अवैध कटाई रोकने व रक्षा करने की अनूठी पहल किया है। उनकी यह पहल रंग लाई और उस क्षेत्र में वनों की अवैध कटाई के साथ ही अवैध शिकार पर भी अंकुश लगने लगा है ।गौरतलब है कि यह महिलाएं पेड़ पौधों को लगाने के साथ-साथ वन क्षेत्र में हाथों में लाठी लेकर घूमते हुए वनों की रक्षा भी करती है और यदि उनको कोई अवैध कटाई करते हुए दिखता है तो उसे पकड़ कर उस पर जुर्माना भी लगाती है।


Body:जिले में लगातार वनों की अवैध कटाई व अवैध शिकार के कारण वनों का दोहन हो रहा था। ऐसे समय में अवैध कटाई को रोकने के लिए बिरसा वन क्षेत्र के कनिया ग्राम सहित आसपास के ग्रामों की महिलाओं ने 11 माह पहले वनदेवी सुरक्षा समिति नाम से एक समूह बनाया और इस समूह में आधा सैकड़ा से ज्यादा महिलाएं सदस्य हैं। इन महिलाओं ने वनों को बचाने की प्रण लिया है। गौरतलब है कि यह महिलाएं आस-पास के गांव में पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण का संदेश दे रही है इन महिलाओं के सामूहिक प्रयास से अवैध कटाई पर काफी अंकुश लगा है।

वनदेवी सुरक्षा समिति की महिलाएं वन विभाग के सहयोग से आसपास के इलाकों में पेड़ पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी रक्षा करने का भी प्रण लिया है ।जिसके लिए हाथों में लाठी थाम कर उसकी रक्षा भी करती है। गौरतलब है कि महिलाएं हाथों में डंडा लेकर 5-5 के समूह में वन क्षेत्र का गस्त करते हुए अवैध कटाई करने वालों को पकड़ती है, साथ ही महिलाओं द्वारा आस-पास के गांव में बैठके लेकर व मुनादी करवाकर यह फरमान जारी किया है कि यदि कोई भी व्यक्ति को पेड़ को काटते हुए मिल जाएगा तो उससे ₹500 जुर्माना वसूला जाएगा।इन महिलाओं की सामुहिक प्रयास से अवैध कटाई पर अंकुश लगने के 250 एकड़ भूमि पर हरियाली भी छा गई है।


Conclusion:इन महिलाओं द्वारा प्लांटेशन वाली जगह पर पेड़ पौधे लगाने के साथ-साथ वृक्षों की देखभाल भी करती है। महिलाएं दिन में ही नहीं रात में भी 5-5 की समूह में हाथों में डंडा लेकर गस्ती भी करती है ।अब इन महिलाओं के डर से वन माफिया ही नहीं शिकारी भी डर के मारे आने से कतराने लगे हैं। महिलाओं को जागृत करने में क्षेत्र के वनपाल भरत लाल नेवारे का काफी योगदान है उनके प्रयासों से ही यह महिलाएं घर के साथ साथ वनों की रक्षा करते हुये अब पर्यावरण प्रेमी हो गई है।

वन परिक्षेत्र बिरसा के ग्राम कनिया में वन विभाग की मदद से नया जंगल लगाया गया है जहां पर औषधि वाले पौधों के साथ साथ मिश्रित वनों को भी लगाया गया है। जिनकी देखरेख की जिम्मेदारी वनदेवी सुरक्षा समिति की महिलाएं करती है ।यहां पर समिति के महिलाओं द्वारा अलग-अलग समूह बनाकर निगरानी के साथ-साथ उसकी रक्षा की भी जिम्मेदारी भी ली है। वनों की अवैध कटाई करने वालों से ₹500 जुर्माना भी वसूल करती है। गौरतलब है कि इस नए प्लांटेशन में 18000 औषधीय पौधा लगाए गए हैं जिसके बड़े होने के बाद लोगों इसका काफी फायदा भी मिलेगा।

विरसा वन परिक्षेत्र के रेंजर परसराम मदनकर का कहना है कि महिलाओं के प्रयास से जंगलों में अवैध कटाई के साथ-साथ वन्य प्राणियों के शिकार पर भी काफी अंकुश लगा है उनका कार्य काफी प्रशंसनीय है।

बाइट- कमला बघेल। समूह की सदस्य
बाइट- तीरथ साहू ग्रामीण
बाइट- भरत लाल नेवारे वनपाल
बाइट-परसराम मदनकर रेंजर

श्रीनिवास चौधरी ईटीवी भारत बालाघाट
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