बालाघाट। जिले की वारासिवनी ग्राम पंचायत आलेझरी में सर्वसम्मति से ग्राम प्रधान का चयन होने के बाद प्रधान का चुनाव शून्य घोषित कर दिया गया है. जिससे ग्रामीण आक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने एसडीएम और स्थानीय विधायक प्रदीप जायसवाल के खिलाफ रैली निकाली. रैली में ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की और विधायक पर राजनीतिक बदला लेने का आरोप लगाया.
नगर निगम, नगर पालिका और पंचायत चुनाव एक साथ कराने की मांग
दरअसल आलझेरी में पिछले महीने जिला कलेक्टर द्वारा ग्राम पंचायत आलेझरी के प्रधान जितेंद्र सिंह राजपूत को उनके खिलाफ दर्ज मामलों को देखते हुए जिला बदर की कार्रवाई की गई थी. जिसके बाद ग्राम प्रधान के पद को रिक्त घोषित कर दिया गया था. जिसके बाद 8 फरवरी को ग्राम प्रधान के लिए कलेक्टर के आदेश पर दो निर्वाचन अधिकारी बना कर निर्वाचन प्रक्रिया सम्पन्न कराई गई थी, जिसमें पंचायत के सभी 20 पंचों ने उपस्थित होकर 6 के मुकाबले 14 मतों से सर्वसम्मति से पंच लक्ष्मी दशरे को ग्राम प्रधान चुना था. जिसे एसडीएम संदीप सिंह ने निरस्त करते हुए ग्रामप्रधान के चुनाव को शून्य घोषित कर दिया. जिसके बाद 12 फरवरी को एसडीएम न्यायालय में सुनवाई हुई. जहां पर उपस्थित होकर सभी 14 पंचों ने फिर लक्ष्मी दशरे को अपना ग्राम प्रधान चुनने की बात एसडीएम से कही. लेकिन एसडीएम ने पंचों की बातों को अनसुना कर 17 फरवरी को चुनाव कराने की घोषणा की. जिससे वहां मौजूद ग्रामीणों और पंचों में रोष उत्पन्न हो गया.