बालाघाट। तिरोड़ी थाना अंतर्गत आने वाले महकेपार चौकी प्रभारी अनूप यादव पर अंबेझरी गांव के एक युवक ने गंभीर आरोप लगाए हैं. युवक का आरोप है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान पुलिसकर्मियों ने चोरी का जुर्म कबूल ना करने पर पेशाब पिलाया है. पीड़ित युवक ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से की है. घटना के बाद से ही आदिवासी समुदाय में आक्रोश देखा जा रहा है. ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने चौकी प्रभारी अनूप यादव को निलंबित करने की मांग की है.मामले की जांच डीआईजी के द्वारा की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक पीड़ित शिवदुर्गा भलावी 17 अप्रैल को खेत में काम कर रहा था. इसी दौरान पुलिस उसे कोरोना टेस्ट कराने के नाम पर उठाकर ले गई. इसके अलावा उसके दो अन्य साथी भी साथ गए. पीड़ित शिवदुर्गा भलावी के मुताबिक महकेपार पुलिस ने एक खेत की मोटर चोरी का जुर्म कबूल नहीं करने पर उल्टा लटकाकर तीन दिनों तक मारपीट की. उसके बाद उसके अन्य दो साथी को एक कोरे कागज में हस्ताक्षकर करवाकर छोड़ दिया. लेकिन शिवदुर्गा भलावी को नहीं छोड़ा. उसके खिलाफ चोरी का झूठा मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया. जमानत से बाहर आने के बाद 25 अप्रैल को एफिडेविड देकर शिवदुर्गा ने चौकी प्रभारी पर पेशाब पिलाने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है.
मामले में पूर्व विधायक मधु भगत भी अंबेझरी गांव पहुंचे और घटना की निष्पक्ष तरीके से जांच की मांग की है. वहीं एसपी अभिषेक तिवारी ने भी पीड़ित को मामले की जांच कर पुलिसकर्मियों के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने की बात कही है.