बालाघाट। झांगुल से बोदा मार्ग दो सालों से अधूरा पड़ा है, जहां ठेकेदारों ने रोड में गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया है. इसको लेकर वहां से गुजरने वाले राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. राहगीर और स्कूली छात्र-छात्राओं ने बताया कि रोड पर गिट्टी बिछी हुई है. रोड से मोटर साइकिल और सायकिल से चलते वक्त फिसलने से हादसा होने का डर हमेशा बना रहता है. गिट्टी बिछी होने के कारण बच्चों को पैदल ही स्कूल जाना पड़ता है.
ठेकेदारों ने सड़क पर गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया
परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम झांगुल के ग्रामीणों का उस वक्त खुशी का ठिकाना नहीं था, जब कई सालों बाद उन्हें 4 किमी की नई सड़क की सौगात मिली थी और दो साल पहले सड़क का काम भी शुरू हुआ था, लेकिन प्रशासन की उदासीनता और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण आज तक सड़क नहीं बन पाई. इतना ही नहीं ठेकेदारों ने सड़क पर गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया.
बालाघाट: कटनी मार्ग का अधूरा पड़ा निर्माण कार्य शुरु
फिसलकर गिरने का डर हमेशा बना रहता है
वहीं, शासन ने स्कूली बच्चों की साइकलें प्रदान की है, लेकिन सड़कों की बदहाली और गिट्टी बिछी होने के कारण सड़क पर साइकल चलाना आसान नहीं है. फिसलकर गिरने का डर हमेशा बना रहता है, तो वहीं, साइकलों के खराब होने का भी डर बना रहता है.
बजट का रोना
पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी एस.के कोल ने इस मामले में गोलमोल जवाब दिाय है. उन्होंने सड़क निर्माण न होने का कारण बजट का नहीं होना बताया. वहीं, ये भी कहा कि अगर ठेकेदारों ने सड़क जल्दी नहीं बनाई, तो इसकी वसूली ठेकेदारों से जाएगी. सड़क कितनी लागत से बन रही है , न तो उसका कोई साइन बोर्ड लगा है और न ही अधिकारी इसमें कुछ कह रहे हैं. राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे की विधानसभा है, जहां सड़क का ये हाल है.