बालाघाट। परसवाड़ा से जिला मुख्यालय बालाघाट को लामता होकर जाने वाला मार्ग इन दिनों खस्ताहाल हो चला है, जिसमें ना केवल चार पहिया वाहन चालकों को दिक्कत हो रही है, बल्कि दोपहिया वाहन चालक और पैदल राहगीरों को भी समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है.
सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है, खस्ताहाल सड़क पर चलना हुआ दूभर हो गया है, लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर सफर करने को मजबूर हैं. जनप्रतिनिधि और प्रशासन से शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं.
परसवाड़ा से लामता होकर बालाघाट को जाने वाला यह मार्ग लामता के पास, जनमखार नाले से लेकर लामता तक कुछ ज्यादा ही खराब हो चुका है. यहां पर लोग कई बार दुर्घटना का शिकार भी हो चुके हैं. फिलहाल कोरोना काल के चलते आवागमन धीमा पड़ गया है. लेकिन फिर भी जिले के अंदर मालवाहक वाहनों सहित अन्य निजी वाहनों की आवाजाही के कारण खस्ताहाल सड़क की हालत बद्तर होने लगी है.
राहगीरों का कहना है कि इस खस्ताहाल सड़क की सुध लेते हुए जल्द ही इसमें मरम्मत कार्य करवाया जाए, ताकि यहां से होकर गुजरने वालों को किसी प्रकार की घटना का शिकार ना होना पड़े.
जहां एक ओर गुणवत्ता हीन कार्यों के चलते सड़कें जल्द ही बर्बाद हो गई हैं, वहीं दूसरी ओर भारी भरकम क्षमता से अधिक माल लादकर परिवहन करते वाहनों ने भी सड़क की दुर्दशा कर दी है. कहीं ना कहीं प्रशासनिक उदासीनता के चलते क्षमता से अधिक माल भरकर सरपट दौड़ते बड़े-बड़े ट्रकों की आवाजाही भी सड़कों के इस हाल के लिए जिम्मेदार है.