बालाघाट। प्रदेश के पटवारी दिन रात काम के चलते मानसिक रुप से प्रताड़ित होने लगे हैं. ऐसे ही मानसिक दबाव और तनाव के चलते पिछले दिनों बालाघाट जिले के परसवाड़ा तहसील में पदस्थ पटवारी रंजीत पन्द्रे की सड़क दुर्घटना में दुःखद निधन हो गया है. जिनकी 7 मई को शादी होने वाली थी. दरअसल कोरोना योद्धा क्वॉरेंटाइन सेंटर पर लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं. इसके बाद भी समय निकालकर विभागीय कार्यों को पूरा करना और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की विसंगतियों को दूर करने का दबाव, अंततः बालाघाट जिले के पटवारी रंजीत पन्द्रे के दुःखद निधन के रूप में सामने आया.
सड़क दुर्घटना में हुई मौत
परसवाड़ा के पटवारी रंजित पन्द्रे क्वॉरेंटाइन सेन्टर पर कोरोना ड्यूटी कर प्रधानमंत्री सम्मान निधि का कार्य कर रात 9:30 बजे लौट रहे थे. दिमागी उथल-पुथल और अगले दिन के सवाल जवाब के साथ लौट रहे पटवारी की अचानक एक आम के पेड़ से टकराने के कारण सिर पर गहरी चोट आई थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई.
7 मई को होने वाली थी शादी
पटवारी रंजीत पंद्रे की शादी 7 मई को होनी थी, जिसे कोरोना ड्यूटी के चलते कैंसिल कर दिया गया था और उनकी शादी आगे बढ़ा दी गई थी. पटवारी रंजीत पन्द्रे के निर्णय को परिवारजनों के साथ-साथ स्टाफ के साथियों ने भी सराहा था. फिलहाल परसवाड़ा पुलिस ने शव का पंचनामा कर परिजनों को सौंप दिया. वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है.