बालाघाट। जिले में देर रात से हो रही बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. जिले में हो रही लगातार बारिश से जहां आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, वहीं किसानों के माथे पर एक बार फिर चिंता की लकीरें दिखनी लगी हैं. जिले में जहां रुक-रुक कर बारिश हुई, देर रात से अनवरत बारिश ने तबाही मचा दी है. ग्रामीण अंचलों में बारिश के साथ साथ ओले ने भी अपना कहर बरपाया है. सड़कों पर बर्फ की चादर जम गई.
बेमौसम बारिश से भारी नुकसान
धान खरीदी केंद्रों पर रखी गई किसानों की उपज पूरी तरह भीग चुकी है, आलम ये है कि धान के बोरे पानी में डूबे नजर आ रहे हैं. ऐसे में किसानों के सामने दोहरी समस्या खड़ी हो गई है. एक ओर जहां धान पूरी तरह भींग चुकी है, खेतों में लगी फसलों को भी बेमौसम बारिश से भारी नुकसान हुआ है.
तापमान में आई गिरावट
धान खरीदी केंद्रों के केंद्र प्रभारियों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की बात कही है, लेकिन बारिश के चलते सुरक्षा की दृष्टि से किए गए इंतजाम नाकाम साबित हो रहे हैं. जिले में देर रात से हो रही लगातार बारिश के कारण तापमान में काफी गिरावट आई है. वहीं चारों ओर कोहरा छाया रहा, जिसके कारण लोगों को रोड पर वाहन चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है.
किसानों की बढ़ी चिंता
वहीं जिले के आदिवासी बहुल बिरसा तहसील के मंढ़ई, गढ़ी क्षेत्र के साथ साथ कान्हा नेशनल पार्क, सुपखार क्षेत्र में जमकर बारिश हुई है, जहां पर सुबह से ही तेज बारिश के साथ भारी मात्रा में ओले गिरे है. किसानों की मानें तो भयंकर ओलावृष्टि से उनकी फसलों को काफी नुकसान हुआ है, जहां ओले गिरने से फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं. ऐसे में किसान अपनी फसलों को लेकर काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. जनपद सीईओ ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की बात कही है, साथ ही संबंधित पटवारियों ने प्रकरण तैयार कर पीड़ित किसानों को मुआवजा राशि दिलाने का आश्वासन दिया है.