बालाघाट। हॉक फोर्स के जवानों ने नक्सलियों को रसद पहुंचाने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से भारी मात्रा में किराना सामान, एक मोबाइल टेबलेट, प्रिंटर आदि सामान बरामद किया गया है. यह सभी डोंगरिया गांव से सटे जंगल में नक्सलियों को रसद पहुंचाने गये थे. तभी हॉक फोर्स के जवानों के हत्थे चढ़ गये.
बच निकले नक्सली
पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि डोंगरिया गांव में यह नक्सली सीपीआई माओवादी संगठन के सक्रिय सशस्त्र नक्सली हैं. ये 8-10 नक्सली थाना लांजी के मुण्डा गांव के ब्रजलाल पन्द्रे की हत्या के प्रकरण में वांछित हैं. इनमें चार महिला नक्सली भी शामिल हैं. थाना गढी क्षेत्र के अंतर्गत नक्सलियों को दैनिक आवश्यकता की सामग्री लेने के लिए डोंगरिया गांव आये हुये थे. ग्रामीणों के साथ मीटिंग कर पुलिस जवानों के वाहनों में विस्फोट और घात लगाकर पुलिस जवानों की हत्या करके आर्म्स एम्युनिशन लूटने की रणनीति बना रहे थे. जिससे शासन-प्रशासन के साथ आम जनता में डर और भय का वातावरण बनाया जा सके. हालांकि सभी नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गये.
पकड़े गये रसद के सप्लायर
सर्चिंग करने पर चार लोग वहां पर मिले. जिनसे पुछताछ किया गया तो अपना नाम सोनसिंह गोंण्ड, धरमूसिंह बैगा, बंसत अहीर और सुन्दरसिंह बैगा बताया. हॉक फोर्स गढ़ी द्वारा इन सभी को पकड़ लिया गया. उनके कब्जे से सैमसंग कम्पनी का एक टैबलेट, एक पुराना रेडियो, प्रिंटर की इंक, दवाईयं सहित रोडमर्रा की जरूरत का सामान बरामद किया गया.
नक्सल समर्थक हैं चारों आरोपी
पुलिस के आला अधिकारी का कहना है कि चारों नक्सल समर्थकों से पूछताछ करने पर उन्होंने प्रतिबंधित माओवादी नक्सलियों का समर्थन करने साथ ही उनकी गतिविधियों को बढ़ावा और विस्तार देने के लिए उक्त सामग्री देने की बात स्वीकारी. पकड़े गये नक्सल समर्थकों ने बताया कि माओवादी नक्सली टैबलेट, प्रिंटर, इंक और कागज का उपयोग माओवादी संगठन के विस्तार तथा प्रचार-प्रसार के लिये करते हैं.