बालाघाट। देश-विदेश में विख्यात कान्हा नेशनल पार्क इन दिनों गजराज की पिकनिक को लेकर सुर्खियों में है. कान्हा नेशनल पार्क में हाथियों के लिए लगा एक रेजूवेशन कैंप लोगों के बीच खूब सुर्खियां बटोर रहा है.
घूमने आए पर्यटकों को कान्हा नेशनल पार्क की सैर करवाने वाले 12 से ज्यादा हाथियों को इस कैंप में एक हफ्ते तक मेहमान की तरह रखा जा रहा है. यहां वन विभाग के अधिकारी खुद हाथियों की सेवा में लगे हैं. दिन में दो बार हाथियों की मालिश और खाने में स्वादिष्ट फल दिए जा रहे हैं. इस शाही खातिरदारी से गजराज भी मस्ती में दिख रहे हैं.
गजराज की पिकनिक
फल और व्यंजनों के साथ खड़े वन विभाग के अधिकारी किसी मेहमान की अगवानी की तैयारी नहीं कर रहे हैं. बल्कि ये देश की सबसे विख्यात वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में साल भर सेवा देने वाले हाथियों की खातिरदारी की तैयारी कर रहे हैं.
यहां हाथियों के लिए गुढ़ रोटी से लेकर कई तरह के फलों के इंतजाम किए गए हैं. हाथी को स्वादिष्ट व्यंजन देने से पहले उन्हें नहलाया जाता है. वन अमला उनकी मालिश भी करता है. यह सब साल में एक बार लगने वाले रिजुवेशन कैंप के दौरान होता है. जिसका उद्देश्य जंगलों की सेवा में तैनात गजराज को सेहत के साथ फिर सेवा के लिए तैयार करना होता है.
हाथियों की खातिरदारी
साल भर जंगल को संभालने वाले गजराज इन 7 दिनों को ठाट के साथ बिताते हैं. जब वन विभाग का पूरा हमला और टाइगर रिजर्व की टीम किसी मेहमान की तरह उनकी खातिरदारी तो करती है. साथ ही उन्हें स्वादिष्ट फल और भोजन भी मिलता है. यहां हाथियों को नहलाया जाता है. इसके बाद इनकी मालिश की जाती है. डॉक्टर आकर भी 7 दिन जांच करते हैं. इस कैंप के बाद हाथी और भी स्वस्थ और मस्त हो जाते हैं.
कान्हा के अधिकारी भी इस तरह के कैंप के जरिए हाथियों की सेवा कर उन्हें फिर अगले 1 साल तक वनों की सुरक्षा में तैनात करने के लिए जोश से भरने का दावा करते हैं. उधर हाथियों की पिकनिक की खबर सुन कुछ पर्यटक भी कैंप पर पहुंचे. उनके लिए भी ये पल रोमांच से भरे होते हैं.