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होटल संचालक के विरोध पर झुका प्रशासन, गड़बड़ी मिलने के बाद भी कार्रवाई पर लेना पड़ा यू-टर्न - गड़बड़ी मिलने पर भी कार्रवाई पर लेना पड़ा यू-टर्न

बालाघाट में खाद्य विभाग ने होटल कायनात का औचक निरीक्षण किया. होटल में अनियमितता मिलने पर होटल सीलिंग की कार्रवाई की गई थी लेकिन होटल संचालक और उसके समर्थकों के विरोध के चलते प्रशासन को अपना फैसला वापस लेना पड़ा.

रोड पर लेटकर दुकान संचालक ने किया विरोध
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Published : Sep 8, 2019, 3:08 PM IST

बालाघाट। खाद्य विभाग की टीम ने कायनात होटल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान दूषित खाद्य सामग्री का विक्रय व होटल में गंदगी सहित नगर पालिका का टैक्स नहीं चुकाने के चलते होटल को सीज कर दिया गया है, जिसके विरोध में होटल संचालक अपने समर्थकों के साथ डिप्टी कलेक्टर और SDM की गाड़ी के सामने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया. हालांकि, होटल संचालक के सामने प्रशासन को झुकना पड़ा और होटल को खोलना पड़ा, जिसके बाद ही हंगामा शांत हुआ.

रोड पर लेटकर दुकान संचालक ने किया विरोध


कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम का पालन सुनिश्चित कराने के लिए जिले में विभिन्न खाद्य सामग्री विक्रय करने वाले प्रतिष्ठानों की आकस्मिक जांच की जा रही है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन, नगर पालिका व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने होटल कायनात का आकस्मिक निरीक्षण किया, जहां गंदगी और दूषित खाद्य सामग्री पाई गई. जांच में ये भी पाया गया कि होटल मालिक ने 35 हजार की संपत्ति का लगभग 20 हजार रुपये का जल कर जमा नहीं किया है और गुमास्ता एक्ट का पालन भी नहीं कर रहा है.


जब प्रशासनिक अमले ने कायनात होटल को नियमों के तहत संचालित नहीं होना पाया तो सीलिंग कार्रवाई शुरु कर दी, जिसके बाद होटल संचालक और स्टाफ ने होटल को सील नहीं करने के लिए बहस शुरु कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. प्रदर्शन में डिप्टी कलेक्टर और SDM के वाहन के सामने प्रदर्शनकारी सड़क पर लेट गए और होटल को खोलने की मांग करने लगे. इस मामले को लेकर नगर पालिका के स्वास्थ्य शाखा प्रमुख मयूर वाहने ने बताया कि होटल संचालक ने विगत 7 सालों से टैक्स नहीं भरा है, और न ही रजिस्ट्रेशन कराया है.


CSP देवेन्द्र यादव ने बताया कि खाद्य विभाग द्वारा जारी कार्रवाई के तहत होटल कायनात के संचालक सहित अन्य लोगों ने होटल को सीज करने का विरोध किया था, जिसके बाद सभी को समझाइश देकर यातायात को पुनः खोल दिया गया है. नगर में कार्रवाई के दौरान हुए हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बाद इस मामले को कलेक्टर दीपक आर्य ने संज्ञान में लिया है और कहा कि होटल सील करने में व्यवधान डालने वालों की पहचान कर ली गई है और शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

बालाघाट। खाद्य विभाग की टीम ने कायनात होटल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान दूषित खाद्य सामग्री का विक्रय व होटल में गंदगी सहित नगर पालिका का टैक्स नहीं चुकाने के चलते होटल को सीज कर दिया गया है, जिसके विरोध में होटल संचालक अपने समर्थकों के साथ डिप्टी कलेक्टर और SDM की गाड़ी के सामने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया. हालांकि, होटल संचालक के सामने प्रशासन को झुकना पड़ा और होटल को खोलना पड़ा, जिसके बाद ही हंगामा शांत हुआ.

रोड पर लेटकर दुकान संचालक ने किया विरोध


कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम का पालन सुनिश्चित कराने के लिए जिले में विभिन्न खाद्य सामग्री विक्रय करने वाले प्रतिष्ठानों की आकस्मिक जांच की जा रही है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन, नगर पालिका व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने होटल कायनात का आकस्मिक निरीक्षण किया, जहां गंदगी और दूषित खाद्य सामग्री पाई गई. जांच में ये भी पाया गया कि होटल मालिक ने 35 हजार की संपत्ति का लगभग 20 हजार रुपये का जल कर जमा नहीं किया है और गुमास्ता एक्ट का पालन भी नहीं कर रहा है.


जब प्रशासनिक अमले ने कायनात होटल को नियमों के तहत संचालित नहीं होना पाया तो सीलिंग कार्रवाई शुरु कर दी, जिसके बाद होटल संचालक और स्टाफ ने होटल को सील नहीं करने के लिए बहस शुरु कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. प्रदर्शन में डिप्टी कलेक्टर और SDM के वाहन के सामने प्रदर्शनकारी सड़क पर लेट गए और होटल को खोलने की मांग करने लगे. इस मामले को लेकर नगर पालिका के स्वास्थ्य शाखा प्रमुख मयूर वाहने ने बताया कि होटल संचालक ने विगत 7 सालों से टैक्स नहीं भरा है, और न ही रजिस्ट्रेशन कराया है.


CSP देवेन्द्र यादव ने बताया कि खाद्य विभाग द्वारा जारी कार्रवाई के तहत होटल कायनात के संचालक सहित अन्य लोगों ने होटल को सीज करने का विरोध किया था, जिसके बाद सभी को समझाइश देकर यातायात को पुनः खोल दिया गया है. नगर में कार्रवाई के दौरान हुए हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बाद इस मामले को कलेक्टर दीपक आर्य ने संज्ञान में लिया है और कहा कि होटल सील करने में व्यवधान डालने वालों की पहचान कर ली गई है और शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

Intro:खाद्य विभाग की टीम ने कायनात होटल में मारा छापा ,दुषित खाद्य पदार्थ का मिला
नगरपालिका टेक्स के साथ साथ गुमास्ता एक्ट का नहीं किया जा रहा था पालन
दुकान संचालक ने शासकीय कार्य में डाला व्यवधान,रोड पर लेटकर किया सील करने का विरोध
तनाव की बनी स्थिति,प्रशासनिक अमलो ने दुकान की सील खोलने के बाद प्रदर्शन हुआ समाप्त
कलेक्टर ने मामला दर्ज करने के दिये निर्देश

बालाघाट। नगर के कायनात होटल पर खाद्य विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही करते हुये दूषित खाद्य सामाग्री का विक्रय व दुकानो मेंं गंदगी सहित नगरपालिका का टेक्स नहींं चुकाने के कारण कायनात होटल को सीज कर दिया...जिसके बाद दुकान संचालक ने समर्थको के साथ डिप्टी कलेक्टर व एस डी एम के गाङी सामने रोड पर लेटकर होटल को सीज करने के विरोध में प्रदर्शन करते हुये जमकर हंगामा किया......जिसके कारण तनाव की स्थिति देखी गयी..हालाकि पुलिस बल द्वारा स्थिति को कंट्रोल में रखा गया..वही होटल संचालक के विरोध के आगे प्रशासन को झुकना पङा और होटल की सीज खोलनी पङी उसके बाद हंगामा शांत हुआ... कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि होटल सील करने में व्यवधान डालने वाले लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा डालने के मामले में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिये गये है। कलेक्टर ने कहा है कि शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
Body:खाद्य सुरक्षा अधिनियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर के निर्देश पर जिले में विभिन्न स्थानों पर खाद्य सामग्री विक्रय करने वाले प्रतिष्ठानों की आकस्मिक जांच की जा रही है इसी कड़ी में जिला प्रशासन, नगरपालिका व खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने बैहर रोड स्थित होटल कायनात का आकस्मिक निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वहां पर बहुत गंदगी है और सुरक्षा मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है। निरीक्षण में यह भी पाया गया कि इस होटल में ग्राहकों को सफाई और सुरक्षा के साथ भोजन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है और दूषित खाद्य सामग्री परोसी जा रही है। जांच में पाया गया कि होटल मालिक द्वारा 35 हजार का संपत्ति कर जमा नहीं किया गया है और लगभग 20 हजार  का जल कर भी जमा नहीं किया गया है होटल मालिक द्वारा गुमास्ता एक्ट का पालन भी नहीं किया जा रहा है इस पर नगर पालिका व खाद्य अधिकारियो की टीम द्वारा इस होटल को सील करने का निर्णय लिया गया था और होटल को सील करने की कार्यवाही की जा रही थी लेकिन होटल मालिक द्वारा इस कार्य में व्यवधान डाला गया है और माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है।

प्रशासनिक अमले ने कायनात होटल को नियमों के तहत संचालित न पाकर उसे सील करने की कार्यवाही शुरु की तो होटल के संचालक और स्टाफ ने होटल को सील न करने के लिए बहस शुरु कर दी। जिसके बाद उपस्थित अधिकारियों ने उन्हें समझाकर होटल को सील करने की कार्यवाही की गई लेकिन कार्यवाही से नाराज होटल संचालक व अन्य ने विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया। विरोध प्रदर्शन इतना बढ़ा कि कार्यवाही के बाद लौट रहे डिप्टी कलेक्टर और एसडीएम के वाहन के सामने प्रदर्शनकारी सड़क पर लेट गए और होटल को खोलने की मांग करने लगे। सबसे पहले होटल संचालक सड़क पर लेटे इसके बाद उनका स्टाफ भी सड़क पर लेट गया और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगा।

बैहर रोड पर कायनात होटल के सामने प्रदर्शन से जाम की स्थिति लगातार निर्मित हो रही थी वहीं प्रदर्शनकारियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उसे हटाने और प्रदर्शनकारियों को समझाइस देने सीएसपी देवेन्द्र यादव, थाना प्रभारी विजयसिंह परस्ते, भरवेली थाना प्रभारी राजेश नरवरिया, यातायात थाना प्रभारी मनोज मेहरा समेत अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर यातायात को बहाल करवाया
है। 
Conclusion:इधर जब प्रदर्शनकारियो को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे दुकान को खोलने की जिद पर ही अड़े रहे तो फिर एसडीएम से चर्चा कर दुकान को खोलने की कार्यवाही की। जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ लेकिन प्रशासन की इस रवैये से अन्य दुकानदारों में रौष व्याप्त हो गया है। कायनात होटल के सामने ही अन्य दुकानदार इस बात का विरोध करते नजर आए कि इन लोगों ने दुकान खुलवाने के लिए एकजुट होकर प्रदर्शन किया तो प्रशासन ने दुकान खोल दी लेकिन बाकि दुकानदारों ने विरोध नहीं किया तो उनकी दुकानों में ताले लगा दिए गए हैं।


मामले को लेकर नगरपालिका के स्वास्थ्य शाखा प्रमुख मयूर वाहने ने बताया कि होटल संचालक के द्वारा विगत 7 सालो से टैक्स नही भरा है, जबकि रजिस्ट्रंेशन, भी नही है। उन्होने बताया कि कार्यवाही के दौरान ही दुकान संचालक के द्वारा टैक्स पटा दिया गया है जिसके बाद दुकान को सीज करने के बाद पुनः खोल दिया गया है।

सीएसपी देवेन्द यादव ने बताया कि खाद्य विभाग के द्वारा जारी कार्यवाही के तहत होटल कायनात के संचालक सहित अन्य लोगों ने होटल को सीज करने का विरोध किया था जिसके बाद सभी को समझाइस देकर यातायात को पुनः खोल दिया गया है।

नगर में कार्यवाही के दौरान हुये हंगामे और विरोध प्रदर्शन के बाद इस पूरे मामले को कलेक्टर दीपक आर्य ने संज्ञान में लिया है, मामले में कलेक्टर दीपक आर्य ने कार्यवाही के दौरान शासकीय कार्य में बाधा डालने वाले होटल संचालक व प्रदर्शनकारियो पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिये निर्देशित किया है। 
बाईट-मयूर वाहने स्वास्थ्य शाखा प्रमुख नगरपालिका बालाघाट
बाईट- देवेंद्र यादव सी एस पी बालाघाट
श्रीनिवास चौधरी ईटीवी भारत बालाघाट

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