बालाघाट। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए सरकार ने कड़े से कड़े कानून बनाए हैं. बावजूद इसके इनके शिकार पर लगाम नहीं लग पा रही है. बीते दिन जिले के बिरसा वन परिक्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में एक तेंदुए का शव बरामद किया गया है. शव काफी पुराना है, जिसके चलते वन विभाग के अधिकारियों को तेंदुए की मौत का कारण पता नहीं चल पा रहा है. हालांकि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने पर ही सही जानकारी मिला पाएगी.
बता दें ये शव बिरसा परिक्षेत्र के धोबघट बीट क्रमांक 1706 में बरामद किया गया है. अंदाजे के मुताबिक शव 4- 5 दिन पुराना लग रहा है. जो पूरी तरह क्षत विक्षत हो गया है. वन परिक्षेत्र में इतने दिनों से तेंदुए का शव पड़ा रहा और वन विभाग की टीम को कोई भनक तक नहीं लगी. जो वन अमला की डेली सर्चिंग प्रणाली पर सवाल खड़े करता है. वहीं आस- पास के इलाकों में चर्चा है कि तेंदुए की मौत करंट लगने से हुई है.
इस बारे में जब फारेस्ट एसडीओ एसके यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना बात कही. एसडीओ ने कहा कि तेंदुआ भी मरने वाला जीव है, अमर थोड़े ही है, लोग तो कुछ भी कहते रहते हैं, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण पता चल पाएगा.