बालाघाट। वन ग्रामों में रहने वाले किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है. किसानों के नाम राजस्व रिकॉर्ड दर्ज नहीं होने से यह समस्या हो रही है. प्रशासनिक अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं.
भारत सरकार द्वारा लघु व सीमांत किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत 12 हजार रूपये हर साल देकर लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है. जिससे किसानों की आर्थिक सहायता की जा सके. प्रदेश में किसान सम्मान निधि से किसानों को लाभान्वित करने की प्रक्रिया जारी है. कुछ ऐसे किसान हैं जो इस योजना के लाभ से वंचित हैं. बालाघाट में 56 वनग्राम हैं. वनग्राम में रहने वाले आदिवासी किसानों को किसान निधि योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.
किसानों का रिकॉर्ड राजस्व विभाग में दर्ज नहीं हुआ है इस वजह से किसानों को लाभ नहीं मिल पा रहा. टाटीघाट, सावरझोड़ी, टिकरिया, बारिया, कुकड़ा, रूणगोटा, माटे, पालागोंदी, उसकालचक जामझिरिया सहित परसवाड़, बैहर व बिरसा तहसील में कई वनग्राम हैं. जिनके आदिवासी किसान हजारों की संख्या में हैं. उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. एडीएम ने कहा कि वनग्रामों को शासन के निर्देश पर अब राजस्व ग्राम में शामिल किया जा रहा हैं. जैसे ही इन वनग्राम को राजस्व ग्राम में शामिल कर लिया जायेगा वैसे ही वहां के रहने वाले किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ मिल जायेगा।